लखनऊ। शासन के निर्देश पर प्रतियोगी परीक्षाओं में हमेशा सतर्क रहने वाली स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) शनिवार को प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी)-2022 के दाैरान भी मुस्तैद थी। एसटीएफ की नजर साल्वर गिरोह पर थी और प्रदेश में अलग-अलग कई टीमों को सक्रिय किया गया था। एसटीएफ की टीमों ने परीक्षा के पहले दिन साल्वर गिरोह के आठ सदस्यों को दबोचने में कामयाबी हासिल की है। जबकि कई संदिग्धों के बारे में छानबीन की जा रही है। इनमें एक अभ्यर्थी भी शामिल है।
दोस्ती निभाने के चक्कर में जेल
कानपुर में दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते मुंबई में तैनात आयकर निरीक्षक सौफ अहमद भी पकड़ा गया है। उसे हरदोई निवासी शिक्षक व उसके दोस्त महेन्द्र ने बुलाया था। दोस्ती निभाने में अब आयकर निरीक्षक सैफ जेल जा रहा है। साल्वर गिरोह के सदस्यों को उन्नाव, कानपुर, जौनपुर व मेरठ से पकड़ा गया है। इनमें मेरठ से पकड़ा गया युवक फर्जी उत्तर कुंजी के जरिए अभ्यर्थियों को ठगने का प्रयास कर रहा था।
एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि एसटीएफ मुख्यालय की टीम ने यशोदानगर, कानपुर स्थित राहुल मेमोरियल इंटर कालेज में मूल अभ्यर्थी हरदोई निवासी रघुवीर के स्थान पर परीक्षा दे रहे साल्वर महाराजगंज निवासी सैफ अहमद खान को पकड़ा है। सैफ अहमद ने पूछताछ में बताया कि वह मुंबई में घाटकोपर में आयकर निरीक्षक के पद पर कार्यरत है। जबकि महेंद्र हरदोई के बालामऊ स्थित प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक के पद पर नियुक्त है, जो सैफ अहमद का दोस्त है।
सालवर बैठाने का करते हैं काम
महेन्द्र विभिन्न परीक्षाओं में साल्वर बैठाने का कार्य करता है, जो पूर्व में भी साल्वर बैठाने के प्रकरण में मध्य प्रदेश से जेल जा चुका है। महेन्द्र के ही कहने पर सैफ अहमद अभ्यर्थी रघुवीर के स्थान पर मुंबई से परीक्षा देने आया था। दोनों गिरफ्तार आरोपितों के विरुद्ध कमिश्नरेट कानपुर के नौबस्ता थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उन्नाव के गीतापुरम स्थित आदर्श विद्या मंदिर स्कूल में बने परीक्षा केंद्र में मूल अभ्यर्थी प्रयागराज निवासी पुष्पेंद्र यादव के स्थान पर पेशेवर साल्वर को बैठाए जाने की सूचना पर छानबीन की गई।
एसटीएफ ने अभ्यर्थी पुष्पेंद्र के साथ बिहार निवासी साल्वर सत्यम कुमार पांडेय तथा उसके सहयोगी प्रयागराज के निवासी अंकित कुमार मौर्य को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन व कूटरचित अाधार कार्ड व अन्य दस्तावेज मिले हैं। आरोपित सत्यम ने पूछताछ में बताया कि पश्चिमी चंपारन, बिहार में उसकी मुलाकात आरा, बिहार निवासी देव से हुई थी, जो साल्वर गिरोह का सरगना है। देव के माध्यम से सत्यम की मुलाकात फाफामऊ, प्रयागराज निवासी शिवम शर्मा से हुई थी।
पहले भी दूसरे के स्थान पर दी है परीक्षा
शिवम के माध्यम से वह पीईटी की पहली पाली में परीक्षा में अभ्यर्थी पुष्पेंद्र के स्थान पर बैठा था। सत्यम ने इससे पूर्व भी दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने की बात स्वीकार की है। उसे प्रति परीक्षार्थी 25 से 30 हजार रुपये मिलते थे। इस परीक्षा से पहले वह ग्रुप-डी व रेलवे की परीक्षाओं में लगभग 15 अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा दे चुका है। उसे एक अन्य अभ्यर्थी के स्थान पर रविवार को भी पीईटी की परीक्षा देनी थी। आरोपित अंकित मौर्या ने साल्वर को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया था और उसका मददगार था। तीनों आरोपितों के विरुद्ध उन्नाव की कोतवाली सदर में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
अमेठी में भी साल्वर गिरफ्तार
एसटीएफ मुख्यालय की टीम ने अमेठी में रणवीर रंजय, पीजी कालेज में मुख्य परिक्षार्थी प्रयागराज निवासी आर्य राठौर के स्थान पर परीक्षा देने वाले साल्वर बिहार निवासी सोनू कुमार को गिरफ्तार किया है। इसी कड़ी में एसटीएफ प्रयागराज की टीम ने जौनपुर के गौरा बादशाहपुर स्थित ग्रामोदय इंटर कालेज से साल्वर बिहार निवासी सिद्धार्थ शंकर दुबे के साथ प्रयागराज निवासी एजेंट अनिल कुमार मल्होत्रा को गिरफ्तार किया है। (पीईटी)
तीस हजार रुपये लिए थे एडवांस
आरोपित अनिल ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने एजेंट के माध्यम से चंदौली निवासी अभ्यर्थी बाबू कुंवर भारती से संपर्क किया था। बाबू के स्थान पर साल्वर सिद्धार्थ शंकर को परीक्षा देनी थी। इसके लिए बाबू कुंवर से 30 हजार रुपये एडवांस लिए थे। बाबू के आधार कार्ड पर सिद्धार्थ शंकर की फोटो लगवाकर उसे देने के लिए भेजा गया था। गिरफ्तार आरोपिताें के विरुद्ध जौनपुर के गौराबादशाहपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
मिली जाली उत्तर कुंजी
एसटीएफ मेरठ की टीम ने बीडीएस स्कूल, जाग्रती विहार के पास से रोबिन को पकड़ा है। मेरठ निवासी रोबिन के पास से द्वितीय पाली में होने वाली परीक्षा की उत्तर कुंजी बरामद की गई, जिसका मिलान कराने पर वह कूटरचित पाई गई। रोबिन अभ्यर्थियों को इस उत्तर कुंजी को असली होने का दावा कर ठगी का प्रयास कर रहा था।