पंचकूला, 26 मई- हाई एनर्जी मैटेरियल्स सोसाइटी ऑफ इंडिया, चंडीगढ़-दिल्ली चैप्टर द्वारा टर्मिनल बैलिस्टिक्स रिसर्च लेबोरेटरी, चंडीगढ़ के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय 13वें अंतर्राष्ट्रीय उच्च ऊर्जा (High Energy) सामग्री सम्मेलन और प्रदर्शन, एचईएमसीई-2022 का उद्घाटन आज मुख्य अतिथि डॉ जी सतीश रेड्डी सचिव, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग और डीआरडीओ के अध्यक्ष ने टी.बी.आर.एल. रेंज, रामगढ़, पंचकुला में किया गया।
डॉ पीके मेहता, डीएस और महानिदेशक आयुध, डॉ बीएचवीएस नारायण मूर्ति, डीएस और महानिदेशक मिसाइल और सामरिक प्रणाली और डॉ ए राजराजन, डीएस और निदेशक, सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र-शार ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया।
इस अवसर पर, डॉ जी सतीश रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा कि एचईएमसीई-2022 जैसा सम्मेलन ऊर्जावान सामग्री में प्रगति में ज्ञान और अनुभव को साझा करने के लिए एक आदर्श मंच है, जिसे सफल प्रौद्योगिकियों का नेतृत्व करना चाहिए। सहयोगात्मक अनुसंधान एवं विकास आगे का रास्ता है। डीआरडीओ – उच्च ऊर्जा सामग्री और शॉक एंड डेटोनिक्स में उत्कृष्टता केंद्र की योजना आईआईटी में शिक्षा की क्षमता का दोहन करने के लिए बनाई गई है। उद्योग, एमएसएमई और स्टार्ट अप प्रौद्योगिकी विकास कोष के माध्यम से विकास के प्रयासों में शामिल हैं। डीआरडीओ पेटेंट भारतीय उद्योग के लिए बिना किसी कीमत के उपलब्ध हैं।
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डॉ. केपीएस मूर्ति, निदेशक एचईएमआरएल पुणे और अध्यक्ष एचईएमएसआई ने भारत की तकनीकी प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने में एचईएमएसआई की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि उद्योग (High Energy) की भागीदारी जबरदस्त है और उनकी प्रतिक्रिया आर. एंड डी. चरण में दैनिक भाग लेने और निर्बाध तरीके से उत्पादन के लिए तैयार होने के उद्देश्यपूर्ण सहयोगात्मक प्रयासों के लिए प्रदान करती है।
श्री प्रतीक किशोर, निदेशक टीबीआरएल और अध्यक्ष, आयोजन समिति एचईएमसीई-2022 ने अनुसंधान एवं विकास संस्थानों, अकादमिक और उद्योग के बीच समन्वय और सहयोग की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के ऊर्जावानों को स्थिर और शक्तिशाली लेकिन असंवेदनशील यौगिकों की आवश्यकता होती है, जिनका प्रसंस्करण सुरक्षित होना चाहिए, जिनका उत्पादन पर्यावरणीय (High Energy) कारकों को बनाए रखना चाहिए और इसके परिचालन जीवन के बाद निपटान के लिए उत्तरदायी होना चाहिए।
इस मेगा इवेंट में 100 से अधिक भारतीय अकादमिक प्रतिनिधि और डीआरडीओ, डीएई, इसरो, सीएसआईआर, सेवाओं के 600़ वैज्ञानिक समुदाय भाग ले रहे हैं। सम्मेलन के लिए रूस, जर्मनी, चेक गणराज्य, इजराइल आदि सहित 10 से अधिक देशों ने पंजीकरण कराया है। यह सम्मेलन उच्च ऊर्जा सामग्री से संबंधित रक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में चर्चा करने, अनुसंधान कार्य साझा करने और वैज्ञानिक ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए एक साझा मंच प्रदान करेगा। 70 से अधिक संस्थानों के प्रतिनिधि, 50 उद्योग भागीदार प्रदर्शक के रूप में उच्च ऊर्जा सामग्री और संबंधित प्रौद्योगिकियों से संबंधित अपने काम का प्रदर्शन करेंगे।