शिवमोगा। कर्नाटक का अस्पताल संदेह के घेरे में है। दरअसल शिवमोगा जिले के अस्पताल में बच्चों का उपचार चल रहा था। इस दौरान उन्हें एंटीबायटिक का इंजेक्शन लगाया गया लेकिन पहले से बीमार बच्चोंं की हालत सुधरने के बजाय और खराब हो गई। फिलहाल इसे दवा की एलर्जी माना जा रहा है। हालांकि स्थानीय विधायक ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही इन बच्चों के सही इलाज और व्यवस्था को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश भी दे दिया है।
रविवार रात लगा था इंजेक्शन
कर्नाटक के शिवमोगा जिला स्थित सागर में बुखार और जुकाम से पीड़ित 14 बच्चों का इलाज चल रहा था लेकिन एंटीबायटिक इंजेक्शन लगने के बाद इनकी स्थिति और अधिक खराब हो गई। इनमें से चार बच्चों की स्थिति अधिक गंभीर होने के कारण सोमवार को शिवमोगा के जिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
बच्चों के माता-पिता हैरान-परेशान
इन बच्चों के माता-पिता को जब से यह जानकारी मिली है वो परेशान हैं। बच्चों का इलाज जारी है और स्वास्थ्य अधिकारी उस एंटीबायटिक दवा की जांच कर रहे हैं जिसे देने के बाद बच्चों की हालत अधिक खराब हो गई। मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय भाजपा विधायक हारातालु हलप्पा (Haratalu Halappa) मौके पर पहुंचे और स्वास्थ्य अधिकारियों को मामले की जांच पड़ताल का निर्देश दिया। साथ ही इन बच्चों के समुचित इलाज के आदेश भी दिए।
विधायक ने दिए निर्देश
विधायक ने बताया, ‘घटना के बारे में जानते ही मैं तुरंत अस्पताल पहुंचा। स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे तुरंत बच्चों को मिल रही समुचित इलाज की सुविधा को मानिटर करें। फिलहाल दवा से एलर्जी की संभावना जताई जा रही है। जहां तक दवा का सवाल है तो हम इसकी जांच करेंगे की यह कहां से और किसने सप्लाई की थी।’ उन्होंने कहा, ‘बच्चों के स्वास्थ्य के लिए मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं और हमारे डाक्टरों पर भरोसा रखें कि बच्चे जल्दी स्वस्थ हो जाएं।’