आज मैं आपको ऐसे 3 बच्चों के बारे बताऊंगा जो खुद में एक अद्भुत (Inspiration) हैं। जिनका एक का नाम कन्हिया है जिसकी उम्र 6 वर्ष और यस जिसकी उम्र 8 वर्ष, काजल जिसकी उम्र 10 वर्ष है। इनके गांव का नाम सपनावत, जिला हापुड़ है। ये खुद में एक चमत्कार से कम नहीं है। जब ये तीनों दौड़ते हैं तो ऐसा लगता है जैसे घोड़े दौड़ रहे हो। इनके गुरु का नाम महावीर विनोद राणा है जिन्होंने भारत को तीन तीन वर्ल्ड स्तर पर गोल्ड मेडल दिए हैं जो खुद भी एक अद्भुत रहे हैं आज वह अपने गांव में गरीब बच्चों को फ्री में ट्रेनिंग देते हैं। और यह काफी बच्चों को ट्रेनिंग दे रहे हैं जिनमें 3 बच्चे इनके अद्भुत हैं।
जिन्हे छोटा उसेन बोल्ट (Inspiration) कहा जाता है। अगर इन बच्चों को बोल दिया जाए कि आपको 3 घंटे दौड़ना है तो वह लगातार 3 घंटे दौड़ते रहते हैं। इन बच्चों की ट्रेनिंग करने का भी अजब तरीका है। यह हर वक्त मेहनत करने के लिए उतावले रहते हैं। इन तीन बच्चों के माता पिता मजदूरी करते हैं। इन तीनों बच्चों ने गुरुग्राम में राष्ट्रीय स्तर की मैराथन में प्रथम स्थान और तीसरा स्थान प्राप्त किया था। इन बच्चों की दौड़ को देखकर वहां की पब्लिक ने इनको अपने कंधों पर उठा लिया था । इन्होंने अपने से 4 से 5 वर्ष के बच्चों को हराया था। जब इन्होंने मेडल जीते तो इनको स्टेज पर स्पेशल सम्मान मिला था।
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अब यह बच्चे गोवा में हो रही 31 जुलाई 2022 को राष्ट्रीय स्तर की “रोटरी रैन रन” में भाग लेने जा रहे हैं जिनका चयन हो चुका है। ये बच्चे “हैदराबाद मैराथन, एयरटेल हाफ मैराथन, मुंबई मैराथन” में भी हिस्सा लेंगे। इनका सपना जूनियर टीम में होकर ओलंपिक में और वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत को गोल्ड मेडल दिलाना है और भारत का तिरंगा विदेशों में पहले स्थान पर लहराना चाहते (Inspiration) हैं। इनमें काजल और कन्हैया 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ते हैं और यस 400 मीटर दौड़ता है।
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यह 2019 से अपने अभ्यास को लगातार कर रहे हैं ।बीआपको बता दें कि जब करोना महामारी फैल रही थी। तब भी यह बच्चे अपनी प्रैक्टिस कर रहे थे। आप अनुमान लगा सकते हैं कि उनका जुनून इनको कहां तक ले जा सकता है आज भी बच्चे 5 से 10 किलोमीटर आसानी से दौड़ लेते हैं। आने वाले 2 वर्ष में वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने (Inspiration) का सपना है। आज ये बच्चे हापुड़ क्षेत्र के प्रेरणा बन चुके हैं।