नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ भर्ती योजना (Agnipath Recruitment Scheme) की डिटेल्स जारी कर दी है। अग्निवीरों के लिए आयु सीमा 17.5 साल से 21 साल रखी गई है। उन्हें पहले साल 30 हजार, दूसरे साल 33 हजार, तीसरे साल 36 हजार और चौथे साल 40 हजार रुपये प्रति महीने सैलरी दी जाएगी।
अग्निपथ भर्ती योजना से जुड़ी जरूरी बातें
- अग्निवीर चार साल के लिए भर्ती होंगे।
- सभी भारतीय नागरिक अग्निपथ भर्ती योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
- आयु सीमा 17.5 से 21 साल होनी चाहिए।
- शैक्षणिक योग्यता और शारीरिक मानकों के बारे में वायु सेना जल्द डिटेल्स जारी करेगी।
- हर साल 30 दिन की छुट्टी मिलेगी।
- चिकित्कीय सलाह पर सिक लीव मिलेगा।
- चार साल पूरा करने के बाद अग्निवीरों को सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा, जो इनकम टैक्स के दायरे से बाहर होगा।
- अग्निवीरों को पहले साल 21 हजार, दूसरे साल 23 हजार 100, तीसरे साल 25 हजार 550 और चौथे साल 28 हजार रुपये इनहैंड सैलरी मिलेगी।
- चार साल के बाद अग्निवीरों को 10.04 लाख सेवा निधि के तौर पर दिये जाएंगे।
- अग्निवीरों को यूनिफार्म अलाउंस, कैंटीन सुविधा, मेडिकल सुविधा, हार्डशिप अलाउंस का लाभ मिलेगा।
- ड्यूटी के दौरान दिव्यांग होने पर 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मिलेगी। इसके साथ ही सेवा निधि और जितनी नौकरी बची है, उसकी पूरी सैलरी भी मिलेगी।
- अग्निवीरों का कुल 48 लाख रुपये का बीमा (इंश्योरेंस) होगा।
- वीरगति प्राप्त होने पर एक मुश्त 44 लाख रुपये और सेवा निधि पैकेज परिजनों को दिया जाएगा।
असम राइफल्स और सीएपीएफ में मिलेगी वरीयता
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक दूरदर्शी और स्वागत योग्य निर्णय है। इसलिए इस योजना में चार साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया है।
अग्निपथ योजना की 14 जून को हुई घोषणा
अग्निपथ योजना की घोषणा 14 जून 2022 यानी मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुख ने साझा प्रेस कान्फ्रेंस में किया। इस योजना के तहत चार साल के लिए युवाओं को भर्ती किया जाएगा। इस दौरान उन्हें अग्निवीर कहा जाएगा। अग्निवीर जब नौकरी से मुक्त होंगे तो उन्हें सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा।
इन पदों पर होगी भर्ती
अग्निपथ योजना के तहत थल सेना में सोल्जर रैंक, नौसेना में नौसैनिक या सोलर रैंक पर और वायु सेना में वायु सैनिक यानि एयरमैन रैंक पर भर्ती करने का प्रस्ताव है। अग्निपथ योजना के तहत 10 हफ्ते से लेकर 6 महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद अग्निवारों को देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया जाएगा।