जम्मू कश्मीर में सुरक्षाकर्मियों को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई हैं. (Kupwara Forest) भारतीय सेना और पुलिस के एक संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता मिली है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे के मद्देनजर किए गए कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने कुपवाड़ा में माछल सेक्टर के काला जंगल में चार आतंकवादियों को मार गिराया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि आतंकवादी पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) से हमारी सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। मारे गए घुसपैठियों से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है। इस घटना के बाद से पूरे उत्तरी कश्मीर पर एलओसी पर चौकसी बढ़ा दी गई है।
बीते 15 दिनों में घुसपैठ के कई मामले आए सामने
सेना ने सभी फील्ड कमांडरों को दुश्मन के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कहा है। बीते 15 दिनों में उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में यह घुसपैठ का तीसरा और मच्छल सेक्टर में दूसरा प्रयास है। इससे पहले 13 जून को डोगानाड़ मच्छल सेक्टर में सेना के जवानों ने दो आतंकियों को मार गिराया था और उसके तीन दिन बाद जुमागुंड में पांच आतंकी घुसपैठ की कोशिश में मारे गए थे।
रे उत्तरी कश्मीर पर एलओसी पर बढ़ाई गई चौकसी
संबधित सैन्याधिकारियों ने बताया कि आज तड़के हुई घुसपैठ को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के दौरान कश्मीर में किसी बड़े आतंकी हमले और श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान अफरा तफरी फैलाने की आतंकी साजिश के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। फिलहाल, इस साजिश को नाकाम कर दिया गया है। (Kupwara Forest) उन्होंने बताया कि घटना के बाद से पूरे उत्तरी कश्मीर पर एलओसी पर चौकसी बढ़ा दी गई है। सेना ने सभी फील्ड कमांडरों को दुश्मन के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि घुसपैठ का यह प्रयास आज तड़के दो बजे के करीब हुआ है।
जम्मू कश्मीर पुलिस को अपने खुफिया तंत्र से मिली थी सूचना
उन्होंने बताया कि बीते कुछ दिनों से जम्मू कश्मीर पुलिस को अपने खुफिया तंत्र से लगातार सूचना मिल रही थी कि पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर की तरफ से स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों के अलग-अलग गुट जम्मू कश्मीर में घुसपैठ के लिए उचित मौके की तलाश में है। इस सूचना के आधार पर पूरे इलाके में विशेषकर घुसपैठ की दृष्टि से संवेदनशील माने जाने वाले सभी पुराने रास्तों पर चौकसी बढ़ाई गई है। आज तड़के काला जंगल में गश्त कर रहे जवानों ने घुसपैठियों के एक दल का भारतीय इलाके की तरफ आते देखा।
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उन्होंने उसी समय आस पास की सभी चौकियों और नाका पार्टियों को सचेत करते हुए आतंकियों की हरकत पर नजर रखना शुरू कर दिया, जैसे ही आतंकी भारतीय सीमा में दाखिल हुए जवानों ने उन्हें ललकारते हुए आत्मसमर्पण के लिए कहा। इस पर आतंकियों ने वापस भागने का प्रयास किया। (Kupwara Forest) उन्होंने जवानों पर गोली भी चलाई। जवानों ने भी जवाबी फायर किया। लगभग तीन घंटे तक मुठभेड़ जारी रही। इसके बाद आतंकियों की तरफ से फायरिंग बंद हो गई और सूर्योदय के बाद जवानों ने मुठभेड़ स्थल की तलाशी ली।
आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद
इस दौरान उन्हें गोलियों से छलनी चार आतंकियों के शव, चार एसाल्ट राइफल, 12 मैगजीन, 250 कारतूस व अन्य साजो सामान मिला है। मारे गए आतंकियों की तत्काल पहचान नहीं हंई है, लेकिन उनके जैश-ए-मोहम्मद या लश्कर ए तैयबा से संबधित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल, उनके कुछ और साथियों के वहीं कहीं छिपे होने की संभावना के आधार पर तलाशी अभियान जारी रखा गया है। हालांकि, अभी तलाशी अभियान जारी हैं और आतंकियों की तलाश में सुरक्षाकर्मी जुटे हैं|