विश्वास फाउंडेशन पंचकूला, एचडीएफसी बैंक व इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी यूटी चंडीगढ़ द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर मार्केट सेक्टर-9 सी चंडीगढ़ के पार्किंग एरिया में रक्तदान (Blood Donation) शिविर का आयोजन किया गया। शिविर सुबह 11:00 बजे शुरू हुआ और दोपहर बाद 4:00 बजे तक चला। ब्लड बैंक होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर, न्यू चंडीगढ़ की टीम ने डॉक्टर नवीन बंसल की देखरेख में 45 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया।
ये भी पड़े– अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों (Clients) ने ईकर्मा (EKarma) छात्रों की उत्कृष्टता की सराहना की
विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
पूनम मालिक ने बताया कि लोगों में यह भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है। रक्तदान (Blood Donation) के कारण कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि सभी को 90 दिन में एक बार अवश्य ही रक्तदान करना चाहिए। इससे जरूरतमंदों को मदद मिलती है साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है। रक्तदान महादान है और रक्त का कोई विकल्प नहीं है और न ही इसे कृत्रिम तरीके से बनाया जा सकता। रक्तदान जैसा पुनीत काम सबसे बड़ी सेवा में आता है।
सुशील कुमार टाँक ट्राइनिग सूपर्वाइज़र ने बताया कि पूर्व में रक्तदान से शरीर में कमजोरी आना व बीमारी लगने जैसी अनेक प्रकार की भ्रांतियां थी परंतु आज यह भ्रांतियां दूर हो चुकी है और हमारे युवा बड़ी संख्या में रक्तदान कर रहे है। यह प्रसन्नता का विषय है कि आज हमारी बेटियां भी रक्तदान के मामले में लड़कों से पीछे नहीं है और स्वयं आगे आकर रक्तदान कर रही है। समय पर रक्त की उपलब्धता होने से अमूल्य जीवन को बचाया जा सकता है। यदि हम रक्तदान के माध्यम से किसी का जीवन बचा सकते है तो इससे बड़ा उपकार नहीं हो सकता।
साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया की शिविर की समाप्ति पर सभी रक्तदाताओ को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से ऋषि सरल विश्वास, ऋषि मोहित विश्वास, रमेश सुमन, वरीन्द्र कुमार गांधी व अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे। (Blood Donation)