लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) के अध्यक्ष व समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने गुरुवार को विधानसभा में एकजुटता के बहाने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने अपने भतीजे अखिलेश यादव का बिना नाम लिए ही कहा कि यदि विपक्ष में बैठे लोगों ने साथ दिया होता तो सत्ता में होते और सत्ता पक्ष वाले विपक्ष में बैठे होते।
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि वह मेहनती हैं और एक संत भी हैं। प्रदेश को ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं, लेकिन यह अकेले संभव नहीं होगा। इसके लिए उन्हें सत्ता पक्ष और विपक्ष को एक साथ लेकर चलना होगा। शिवपाल ने अखिलेश की ओर इशारा करते हुए कहा कि अगर इधर वाले मेरा साथ ले लेते तो आज वे (सपा) सत्ता पक्ष में बैठे दिखाई देते।
शिवपाल यादव ने कहा कि एकजुटता में ताकत होती है। दो साल पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई थी। करीब 100 प्रत्याशियों को विधानसभा चुनाव में उतारने की तैयारी थी। सपा ने इनमें से कुछ को टिकट दे दिया होता तो आज विपक्ष में बैठने वाले सत्ता में होते। शिवपाल के इस बयान पर सपा सदस्य सकते में आ गए तो भाजपा सदस्यों ने मेज थपथपाकर उनका हौसला बढ़ाया।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि आप मुफ्त राशन दीजिए, लेकिन इतना भी मत दीजिए कि लाभार्थी आलसी हो जाएं और काम धंधा ही छोड़ दें। बुजुर्गों की मदद कीजिए, लेकिन नौजवानों को आलसी मत बनाइए। अधिकारियों की कार्यप्रणाली का जिक्र करते हुए कहा कि नौकरशाह आंकड़ों में उलझा देते हैं। विधायकों की जनता के प्रति जवाबदेही होती है।
शिवपाल ने सवाल किया कि क्या जनप्रतिनिधि को थाने व तहसील में सम्मान मिलता है। अधिकारियों की हालत यह है कि विधायकों के फोन तक नहीं उठाते हैं। शिवपाल ने भाजपा सरकार के नारे का हवाला देते हुए तंज भी किया। उन्होंने कहा कि वादे के मुताबिक तो सबका साथ और सबका विकास है लेकिन सरकार ने सबका सहयोग नहीं लिया।