नई दिल्ली, 8 जून (एजेंसी) प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत के बैंकों और मुद्रा (Indian Currency) को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने वित्तीय संस्थानों से वित्तीय और कॉर्पोरेट प्रशासन की सर्वोत्तम प्रथाओं को लगातार प्रोत्साहित करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज दुनिया न केवल एक बड़े उपभोक्ता बाजार के रूप में बल्कि एक सक्षम, पासा पलटने वाले और नवोन्मेषी पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में आशा और अपेक्षाओं के साथ हमारी ओर देख रही है।
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आजादी के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के ‘प्रतिष्ठित सप्ताह’ समारोह का उद्घाटन करने के बाद, मोदी ने कहा कि भारत ने विभिन्न वित्तीय समावेशन मंच विकसित किए हैं और उनके बारे में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है। “इन वित्तीय समाधानों (Indian Currency) को विश्व स्तर पर विस्तारित करने के प्रयास होने चाहिए,” उन्होंने कहा। अपने संबोधन में, प्रधान मंत्री ने कहा कि इस बात पर भी ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि कैसे हमारे बैंक, हमारी मुद्रा अंतर्राष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का एक व्यापक हिस्सा बन जाते हैं।
मोदी ने कहा कि दुनिया का एक बड़ा हिस्सा भारत से समस्याओं का समाधान करने की उम्मीद करता है और यह संभव है क्योंकि पिछले आठ वर्षों में सरकार ने आम भारतीय की बुद्धि पर भरोसा किया है और लोगों को विकास में ईमानदार भागीदार के रूप में माना है। शामिल होने के लिए प्रेरित किया। जारी किए गए नए सिक्के (Indian Currency) पीएम मोदी ने सिक्कों की एक नई सीरीज भी जारी की, जो ‘ब्लाइंड फ्रेंडली’ हैं। ये सिक्के 1 रुपये, 2 रुपये, 5 रुपये, 10 रुपये और 20 रुपये के मूल्यवर्ग में हैं। इन पर अमृत महोत्सव (AKAM) का डिजाइन बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि नए सिक्के देश के लोगों को अमृत काल के लक्ष्यों के बारे में लगातार याद दिलाएंगे। उन्हें राष्ट्र के विकास में योगदान करने के लिए प्रेरित करेंगे। ‘जन समर्थ’ पोर्टल का शुभारंभ प्रधानमंत्री ने ‘जन समर्थ’ पोर्टल का भी शुभारंभ किया। इसका उद्देश्य नागरिकों की 12 सरकारी योजनाओं तक एक ही मंच पर पहुंच बनाना और डिजिटल माध्यमों से आसान और आसान बनाना है।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि जन समर्थ पोर्टल का उद्देश्य विभिन्न मंत्रालयों की विभिन्न वेबसाइटों पर जाने से बेहतर एक पोर्टल तक पहुंच सुनिश्चित करना है, ताकि आम लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि अब भारत सरकार की सभी ऋण (Indian Currency) संबंधी योजनाएं अलग-अलग साइटों पर नहीं बल्कि एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 13 सरकारी योजनाओं को जन समर्थ पोर्टल से जोड़ा जाएगा।