देहरादून : क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड (सीएयू) के सचिव, प्रवक्ता, वीडियो एनालिसिस्ट और सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के मैनेजर व कोच सहित सात के विरुद्ध वसंत विहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इन सभी पर उत्तराखंड की सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के सदस्य क्रिकेटर आर्य सेठी की पिटाई करने, जान से मारने की धमकी देने और 10 लाख रुपये मांगने का आरोप है। यह मुकदमा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जन्मेजय खंडूड़ी के निर्देश पर दर्ज किया गया है।
सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के कोच मनीष झा ने की पिटाई
पुलिस को दी गई तहरीर में इंदिरा नगर कालोनी (वसंत विहार) निवासी वीरेंद्र सेठी ने बताया कि उनका बेटा आर्य सेठी उत्तराखंड की सीनियर क्रिकेट टीम का सदस्य है। उनका आरोप है कि 11 दिसंबर 2021 को अभ्यास के दौरान सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के कोच मनीष झा ने आर्य की पिटाई की। इसकी शिकायत सीएयू के सचिव महिम वर्मा से की गई तो उन्होंने इस संबंध में टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा, कोच मनीष झा और वीडियो एनालिसिस पीयूष रघुवंशी से बात की।
वीरेंद्र का आरोप है कि इसके बाद तीनों ने आर्य को एक कमरे में बुलाया और धमकी दी कि उसे गोली मरवा देंगे। शिकायतकर्ता ने यह आरोप भी लगाया है कि जब उन्होंने इस घटना के संबंध में सीएयू सचिव से बात की तो उन्होंने कहा कि मामला सुलझाने के लिए 10 लाख रुपये देने पड़ेंगे, वरना आर्य का करियर बर्बाद कर देंगे। यही बात सीएयू के प्रवक्ता संजय गुसाईं, टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा, वीडियो एनालिसिस पीयूष रघुवंशी और सीएयू में कार्यरत सत्यम वर्मा व पारुल ने भी कही।
वीरेंद्र सेठी का कहना है कि वह विधायक हरबंस कपूर की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए अपने मित्र रवि सैनी के साथ उनके घर गए थे। वहां सीएयू सचिव भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने सीएयू सचिव से अपने बेटे के भविष्य को लेकर दोबारा निवेदन किया, लेकिन उन्होंने फिर 10 लाख रुपये की मांग की। आरोप यह भी है कि सीएयू सचिव ने उनके साथ गाली-गलौज की और विरोध करने पर मारपीट पर उतारू हो गए व जान से मारने की धमकी दी।
वसंत विहार थानाध्यक्ष विनोद राणा ने बताया कि जांच के बाद सीएयू के सचिव महिम वर्मा, प्रवक्ता संजय गुसाईं, सत्यम वर्मा, पारुल, सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा, कोच मनीष झा और वीडियो एनालिसिस पीयूष रघुवंशी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
गुजरात में विजय हजारे ट्राफी के दौरान सामने आया था प्रकरण
यह प्रकरण गत वर्ष दिसंबर में गुजरात के राजकोट में सामने आया था। तब उत्तराखंड की टीम वहां विजय हजारे ट्राफी खेलने गई थी। तभी आर्य सेठी के पिता ने कोच मनीष झा पर बेटे की पिटाई और गाली-गलौज करने का आरोप लगाया था। मैच के दौरान आर्य सेठी के सोने पर और टीम को सर्पोट नहीं करने को लेकर विवाद बढ़ गया था। उधर, कोच मनीष झा ने राजकोट में पुलिस थाने में आर्य के पिता वीरेंद्र सेठी की ओर से देहरादून आने पर जान से मारने की धमकी दिए जाने की शिकायत की थी। इसके बाद मामला शांत हो गया था। आर्य रणजी ट्राफी की टीम में भी शामिल थे।