मेरठ। मेरठ में माफिया के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। नशे के सौदागर तस्लीम की तीन करोड़ की संपत्ति पुलिस ने कुर्क कर ली। इस दौरान कई थानों की पुलिस फोर्स भी मौजूद रही। तीनों दुकानों पर पुलिस ने पोस्टर भी चस्पा कर दिए हैं। फिलहाल तस्लीम जेल में बंद है। इसके पहले भी पुलिस प्रशासन ने मेरठ के सोतीगंज में कबाड़ियों की संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई की थी।
बड़ा नेटवर्क है तस्लीम का
रेलवे रोड थाना क्षेत्र के मकबरा डिग्गी निवासी तस्लीम नशे का बड़ा सौदागर है। पश्चिमी यूपी समेत आसपास के प्रदेशों में भी उसका नेटवर्क है। उस पर शिकंजा कसने के लिए रेलवे रोड पुलिस ने गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था। पिछले दिनों पुलिस ने उसे उसके एक बेटे को और दो दामाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि पत्नी और एक बेटा फरार है। दोनों पर ही पुलिस ने पांच हजार का इनाम घोषित कर रखा है।
तीन दुकानों को किया कुर्क
शनिवार को लालकुर्ती पुलिस ने सदर क्षेत्र स्थित मछेरान में तस्लीम की तीन दुकानों को कुर्क कर लिया। लालकुर्ती थाना प्रभारी ने बताया कि कुर्क गई संपत्ति की कीमत करीब तीन करोड़ रुपये है। इससे पहले भी तस्लीम की करोड़ों की संपत्ति को कुर्क किया जा चुका है। इस दौरान एएसपी और कई थानों की पुलिस फोर्स मौजूद थी।
आधा दर्जन युवकों ने की महिला से मारपीट
मेरठ : लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के शकूरनगर निवासी शाह नजर के मुताबिक उनके पड़ोस में कासिफ रहता है, जो मुंबई में एक्टिंग का काम करता है। शुक्रवार को शाहनजर की कासिफ से कहासुनी हो गई थी। आरोप है कि कासिफ ने आबिद, बिट्टू और आको के साथ मिलकर शाह नजर के घर में घुस गया। उन्होंने महिलाओं से अभद्रता करते हुए मारपीट की, स्थानीय लोगों को इकट्ठा होते देख आरोपित फरार हो गया। देर रात शाह नजर ने तहरीर दी है। थाना प्रभारी का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी
दुष्कर्म पीड़िता पर बनाया जा रहा समझौते का दबाव
मेरठ : लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के उज्जवल गार्डन निवासी महिला ने गंगानगर के रहने वाले माया, गुलफाम और दिलदार से प्लाट खरीदा था। लेकिन उन्होंने बैनामा नहीं किया। आरोप है कि दिलदार ने बैनामा जल्द करने का झांसा देकर महिला से दुष्कर्म किया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दिलदार पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। जबकि गुलफाम और माया पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज है, जो फरार चल रहे है। शुक्रवार को महिला ने थाने पहुंचकर बताया कि आरोपित समझौते का दबाव बना रहे है। जिस वजह से उन्होंने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया ने इंस्पेक्टर उत्तम सिंह राठौर को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।