मेरठ। कचहरी में शुक्रवार को अधिवक्ता के चैंबर पर प्रोफसर की पत्नी ने तेजाब फेंक दिया। उस समय चैंबर पर अधिवक्ता का जूनियर और मुंशी मौजूद थे, जो बाल बाल बच गए। अधिवक्ता का कहना है कि महिला जबरन केस लड़ने का दबाव बना रही थी। केस लड़ने से इन्कार करने पर तेजाब फेंका गया है, जबकि महिला का आरोप है कि प्रोफेसर पति पर खर्चे के लिए केस डालना चाहती थी। अधिवक्ता को केस डालने की फीस दे दी गई थी। उसके बाद भी अधिवक्ता पति से मिलकर उनकी पैरवी करने लगे थे। फिलहाल पुलिस ने अधिवक्ता की तरफ से दी गई तहरीर पर महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
अधिवक्ता अनिल प्रधान जिला बार बिल्डिंग के सामने ही चैंबर नंबर 45 में वकालत करते हैं। अनिल प्रधान का आरोप है कि शुक्रवार की सुबह करीब 10.15 बजे आवास विकास कालोनी हापुड़ निवासी एक महिला उनके चैंबर पर आई थी। अधिवक्ता ने बताया कि महिला शारदा के पति जीत सिंह बादलपुर में प्रोफेसर है। दोनों के बीच विवाद चल रहा है। अधिवक्ता ने बताया कि महिला पूर्व में अपने पति के खिलाफ केस लेकर उनके पास आई थी, लेकिन महिला को बताया था कि वह पारिवारिक केस नहीं लड़ते। इस पर महिला गुस्सा हो गई।
आरोप लगाया कि महिला शुक्रवार सुबह इसी बात की खुन्नस में चैंबर में तेजाब फेंक दिया। बताया कि घटना के समय चैंबर में उनके जूनियर युगांत कुमार और मुंशी प्रमोद बाल बाल बच गए। हमले की सूचना पर सिविल लाइन पुलिस भी मौके पर पहुंची। इंस्पेक्टर रमेश चंद्र का कहना है कि अधिवक्ता की तहरीर पर महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
नमूना जांच के लिए भेजा गया
फोरेंसिंक टीम बुलाकर अधिवक्ता के चैंबर से नमूना लिया गया है। जांच रिपोर्ट आने पर पता चलेगा कि तेजाब है या अन्य कोई केमिकल्स डाला गया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि अभी महिला उनसे मिली नहीं है। लेकिन जांच में सामने आया कि महिला से फीस लेकर अधिवक्ता पति की पैरवी कर रहे थे। इसी के गुस्से में आकर महिला ने तेजाब फेंका है। महिला पहली बार अधिवक्ता से जनवरी में मिली थी। उसके बाद भी कई बार विवाद हुआ है।