श्रावस्ती। नेपाल के पहाड़ों पर शनिवार सुबह हुई झमाझम बारिश का पानी राप्ती नदी में आने से नदी उफान पर है। 12 से अधिक तटवर्ती गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। कई गांवों में पानी घुस जाने से लीगों की परेशानी बढ़ गई है। धीरे-धीरे कर नदी का जलस्तर घट रहा है इससे लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
पहाड़ों पर हुई मूसलाधार बारिश के बाद शनिवार दोपहर बाद राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा। रात लगभग 12 बजे नदी का जलस्तर खतरे के निशान 127.70 से बढ़कर 128.55 सेमी पहुंच गया। नदी खतरे के निशान से 85 सेमी ऊपर बह रही थी। जलस्तर बढ़ने से नदी उफना गई। इससे जमुनहा क्षेत्र के तटवर्ती गांव बरंगा, सलारू पुरवा, वीरपुर, पिपरहवा, हरिहरपुर करनपुर, जोगिया, भलुहिया, शमशेरगढ़, धोबिहा, लक्ष्मनपुर, सेमरहनिया, पोंदला, पोंदली, भगवानपुर, डोमाई, बड़ी बाग, रघुनाथपुर, विशम्भरपुर, शंकरपुर, हरिहरपुर रानी ब्लक क्षेत्र के शाहपुर कला, बादल पुरवा, अतरपरी गांव में बाढ़ का पानी घुस गया।
बाढ़ की स्थिति देखकर गांव के लोगों में हड़कंप मच गया। लोग सुरक्षित स्थान की तलाश में जुट गए। रविवार सुबह पानी घटने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। सुबह सात बजे जलस्तर घट कर 127.80 सेमी पर पहुंच गया। अभी भी कई गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। जमुनहा व हरिहरपुरानी क्षेत्र से आगे बढ़ते हुए बाढ़ का इकौना तहसील क्षेत्र में दस्तक दे रहा है।
प्रसाशन ने जारी किया अलर्ट : नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही प्रसाशन ने अलर्ट जारी कर दिया है। तटवर्ती गांवों के लोगों से चैतन्य रहने व सावधानी बरतने की अपील की गई है।
बाढ़ चौकियां सक्रिय : जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने बताया सभी बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। नदी के जलस्तर की लगातार निगरानी की जा रही है। बाढ़ की दशा में किसी प्रकार से जन-धन की हानि न हो इसकी पूरी कोशिश की जा रही है।