नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंकों में से एक आइसीआइसीआइ (ICICI) बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) 0.15 फीसद बढ़ा दी है। बैंक के इस कदम से कर्ज की मासिक किस्त (EMI) बढ़ेगी। आरबीआइ के इस सप्ताह नीतिगत दर में बढ़ोतरी की संभावना के साथ बैंक ने यह वृद्धि सभी अवधि के कर्ज पर की है।
बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार, एक अगस्त से संशोधित दरों के तहत एक साल की अवधि वाली एमसीएलआर को 0.15 प्रतिशत बढ़ाकर 7.90 प्रतिशत कर दिया गया है। वहीं, एक दिन की अवधि की ब्याज दर 7.65 प्रतिशत होगी। खुदरा ऋण के लिहाज से एक साल के एमसीएलआर को महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि होम लोन जैसे बैंक के दीर्घकालीन कर्ज इसी से संबद्ध होते हैं। बैंक ने रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की इस सप्ताह होने वाली बैठक से पहले ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है।
एचडीएफसी ने की 0.25 आधार अंकों की वृद्धि
इससे पहले देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट एंड फाइनेंस कारपोरेशन (एचडीएफसी) ने लोन पर अपनी ब्याज दरों को बढ़ा दिया था। एचडीएफसी ने शनिवार को अपनी रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट (आरपीएलआर) में इजाफा किया है। बैंक ने आरपीएलआर में 0.25 प्रतिशत का इजाफा किया है। नई दरें एक अगस्त से प्रभावी हो गई हैं।(ICICI)
आरबीआई इस सप्ताह कर सकता है ब्याज वृद्धि
आपको बता दें कि भारत की सेंट्रल बैंक आरबीआई बहुत ही जल्द अपनी ब्याज दरों में वृद्धि कर सकता है। सूत्रों की माने तो आरबीआई इसी सप्ताह 5 अगस्त को अपनी दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि आरबीआई 25 से 35 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर सकता है। केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि होने के बाद एक बार फिर सभी बैंक अपनी ब्याज दरों में वृद्धि करेंगी, जिससे हाउसिंग लोन समेत अन्य लोन की ब्याज दरें बढ़ सकती हैं। हालांकि, इससे एफडी में निवेश करने वाले लोगों का इसका फायदा मिलेगा।