लखनऊ। साइबर क्राइम थाना लखनऊ की टीम ने अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश राम को फर्जीवाड़ा कर 2.33 करोड़ का बिजली विभाग को चूना लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ आजमगढ़ के सिधारी थाने में सात साल पहले केस दर्ज किया गया था। आरोपी ने फर्जी आईडी बना कर बिजली बिलों मे हेराफेरी की।
साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर अजीत कुमार यादव के मुताबिक आरोपी ओमप्रकाश राम बतौर अधिशासी अभियंता आजमगढ़ में तैनात थे। सब डिविजन आजमगढ़ व मुबारकपुर नगर के कुल 1596 उपभोक्ताओं के विद्युत बिलों को फर्जी यूजर आईडी राकेश1 से कम करके करीब 2.33 करोड़ रूपये की धनराशि कम कर दी ।
इस मामले में 2015 में सिधारी थाने में केस दर्ज कराया गया। बाद में विवेचना साइबर क्राइम थाना लखनऊ भेज दी गई। विवेचना के दौरान आईडी क्रिएशन स्टेटमेंट, उपभोक्ताओं के बयान, विभागीय जाँच, विभागीय कर्मचारियों के बयान आदि लिए गये तो यह तथ्य सामने आया कि फर्जी आईडी को आजमगढ़ अधिशासी अभियन्ता तत्कालीन एसडी सिंह की ई-मेल आईडी से मेल करके बनवायी गयी ।
इस यूजर आई डी का पासवर्ड तत्कालीन अधिशासी अभियन्ता ओपी राम की ई मेल आईडी से मेल का पासवर्ड रीसेट कराया गया। यूजर आई डी को चला कर बिल कम करने में टाउन मोहम्मदाबाद, मोहम्मदाबाद गाजीपुर व डिविजन आफिस सिधारी आजमगढ़ डिस्ट्रीब्यूशन सेन्टर जफरपुर आजमगढ़ आई (पी) प्रयोग में लायी गयी। पूछताछ मे आरोपी ओपी राम के द्वारा जुर्म स्वीकार किया गया। इसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में अभी अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है।