लखनऊ : बाबूगंज में शुक्रवार सुबह 57 वर्षीय क्षेत्रीय वन अधिकारी शीला गुप्ता की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने हत्या के आरोप में शीला के पति को गिरफ्तार कर उसके पास से वारदात में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया है। पुलिस का दावा है कि रुपयों के विवाद में पति ने ही चाकू से गला रेतकर हत्या की है।
इंस्पेक्टर हसनगंंज अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मूल रूप से अयोध्या के रानीबाजार की रहने वाली शीला गुप्ता यहां हजरतगंज नरही स्थित वन विभाग के मुख्यालय में अधिकारी थीं। वह परिवार बाबूगंज में एक किराए के मकान में रहती थीं। शुक्रवार सुबह करीब सात बजे शीला उठकर अपने घर के काम कर रही थीं। बेटी वैष्णवी और दामाद सत्येंद्र कुमार कमरे में सो रहे थे।
इस बीच शीला का पति बसंत से विवाद शुरू हो गया। दोनों के बीच मारपीट होने लगी। बसंत ने आनन फानन पहले बेटी और दामाद के कमरे में बाहर से कुंडी लगा दी। इसके बाद चाकू से शीला का गला रेत दिया और बाहर की ओर भागा। शोर सुनकर आस पड़ोस के लोग दौड़े उन्होंने बसंत को दबोच लिया और जमकर पीटने के बाद पुलिस को सौंपा।
उधर, पड़ोसी घर पहुंचे तो शीला खून से लथपथ हालत में तड़प रही थी। उन्होंने आनन फानन शीला की बेटी और दामाद के कमरे की बाहर से बंद कुंडी खोली। शीला को अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां, डाक्टरों ने शीला को मृत घोषित कर दिया। डीसीपी उत्तरी सैयद मो. कासिम आब्दी ने बताया कि आरोपित बसंत को गिरफ्तार कर लिया गया है।
रुपयों को लेकर हुआ था विवाद : इंस्पेक्टर हसनगंज के मुताबिक बसंत नीबू पानी बेचता था। उसका पत्नी से आए दिन रुपयों को लेकर विवाद होता था। उसे जब रुपयों की जरूरत होती थी तभी पत्नी के पास आता था ऐसे वह अलग रहता था। शीला के नाम से अयोध्या और अंबेडकर नगर में भी प्रापर्टी है। बसंत की उस पर भी नजर थी। वह प्रापर्टी बेचकर रुपयों की मांग कर रहा था। शीला ने हाल ही में अपनी बेटी की शादी 29 अप्रैल को की थी। शीला ने बेटी की शादी के लिए कुछ लोगों से कर्ज भी लिया था। इसलिए वह रुपये देने का विरोध भी करती थी।