देहरादून: STF: पेपर लीक कर अवैध तरीके से करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित करने वाले नकल माफिया पर शिकंजा कसने के लिए एसटीएफ ने पूरी तैयारी कर ली है। एसटीएफ(STF) केंद्रीय जांच एजेंसियों से भी ऐसे आरोपितों के बारे में जानकारी साझा करेगी। अभी तक गिरफ्तार कुछ आरोपितों के पेपर लीक माध्यम से करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित करने के तथ्य प्रकाश में आ रहे हैं, जबकि 83 लाख की नकदी बरामद भी हो चुकी है।
यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की एफआइआर के साथ प्रारंभिक रिपोर्ट एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) को भेजी जा रही है और भविष्य में भी जो जानकारी अवैध संपत्ति को लेकर विवेचना में आएगी, वह भी केंद्रीय एजेंसी से साझा की जाएगी। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए एसटीएफ की ओर से अदालत में अब तक पंद्रह गवाहों के बयान दर्ज करवाए जा चुके हैं। गवाहों के बारे में जानकारी गोपनीय रखी जा रही है।
हाकम सिंह के सिर पर रहा कई नेताओं का हाथ
पेपर लीक में गिरफ्तार आरोपित हाकम सिंह रावत के सिर पर एक नहीं बल्कि कई नेताओं व अधिकारियों का हाथ रहा। यही कारण है कि वह खुलकर अवैध काम करने में जुटा रहा। यहां तक कि वन दारोगा भर्ती में ब्लूटूथ से नकल करवाने में उसके विरुद्ध हरिद्वार में मुकदमा दर्ज हुआ तो एक बड़े नेता ने उसका नाम एफआइआर से ही हटा दिया।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जगहों पर दबिश देने टीमें रवाना
दो दिन आराम के बाद बुधवार को एसटीएफ(STF) की चार टीमें फिर दबिश पर चली गई हैं। बताया जा रहा है कि टीमें उत्तर प्रदेश, कुमाऊं व गढ़वाल मंडल में गई हैं। गुरुवार को इस मामले में अन्य आरोपितों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। वहीं कुछ आरोपितों के बयान भी दर्ज किए गए हैं। दबिश से लेकर बयान दर्ज करने में कई टीमों का सहयोग लिया जा रहा है।