देहरादून: भूस्खलन: उत्तराखंड में बारिश ने कहर बरपाया है। अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार देर रात से हो रही वर्षा से उत्तराखंड में जन-जीवन प्रभावित है। देहरादून के मालदेवता क्षेत्र और पौड़ी के यमकेश्वर में बादल फटा है। यमकेश्वर और टिहरी में मकान के मलबे में मलबे में दबकर तीन की मौत, चार के दबे होने की सूचना है। वहीं अभी तक कुल सात लोग लापता हैं।
टिहरी में एक ही परिवार के सात सदस्य मलबे में दबे
टिहरी जिले में बादल फटने के कारण जौनपुर ब्लॉक के ग्वाड़ गांव में भारी भूस्खलन होने से एक परिवार के सात सदस्य मलबे में दब गए। बचाव दल ने पति-पत्नी के शव बरामद कर लिये, लेकिन अन्य पांच सदस्य अभी मलबे में ही दबे हैं। कीर्तिनगर के कोठार गांव में भी मकान के ऊपर मलबा आने से एक 80 वर्षीय महिला मलबे में दब गई। अलग-अलग स्थानों पर बादल फटने से लगभग 32 मवेशी बह गये और कई हेक्टेयर जमीन भी बह गई।
रायवाला में सौंग ने ठाकुरपुर गांव में मचाई तबाही
शुक्रवार की सुबह से शनिवार सुबह तक लगातार हुई बारिश और रायपुर क्षेत्र में बादल फटने की घटना के बाद सौंग नदी में उफान आ गया, जिससे बाढ़ का पानी नेपाली फार्म से ठाकुरपुर गांव में घुस गया। तड़के करीब पांच बजे आए उफान से गांव के 50 से अधिक घर जलमग्न हो गए। प्रभावित परिवारों ने छत और ऊंची जगहों पर चढ़ कर जान बचाई। वहीं बाढ़ के पानी से खाद्य सामग्री, कपड़े, बिस्तर आदि खराब हो गए।
पौड़ी के यमकेश्वर में बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात
पौड़ी गढ़वाल के अंतर्गत यमकेश्वर प्रखंड में बादल फटने से ताल घाटी, हेवल घाटी और यमकेश्वर की सतरुद्रा नदी में अतिवृष्टि के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। यमकेश्वर क्षेत्र में कुछ जगह वाहनों के बहने तथा भू कटाव होने की सूचना है। यमकेश्वर प्रखंड में पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 128 एमएम वर्षा का दर्ज की गई ।