नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन का हवाला देते हुए शनिवार को कहा कि एक व्यक्ति तब खत्म नहीं होता जब वह हार जाता है लेकिन जब वह मैदान छोड़ता है तो खत्म हो जाता है। वे यहां उद्यमियों की एक सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि जो कोई भी व्यवसाय, सामाजिक सेवा या राजनीति में है, उसके लिए मानवीय संबंध सबसे बड़ी ताकत हैं।
हाल ही में पार्टी के संसदीय बोर्ड से हटाए जाने के बाद खबरों में रहे भाजपा नेता ने कहा कि इसलिए, कभी किसी को किसी से लाभ लेकर उसकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। अच्छे दिन हों या बुरे दिन, एक बार किसी का हाथ थाम लें तो उसका साथ न छोड़ें। उगते सूरज की पूजा न करें। गडकरी ने याद किया कि जब वे एक छात्र नेता थे, तब कांग्रेस नेता श्रीकांत जिचकर ने उन्हें बेहतर भविष्य के लिए कांग्रेस में शामिल होने के लिए कहा था। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने श्रीकांत से कहा, मैं कुएं में कूदकर मर जाऊंगा, लेकिन कांग्रेस में शामिल नहीं होऊंगा, क्योंकि मुझे कांग्रेस पार्टी की विचारधारा पसंद नहीं है। गडकरी ने कहा कि युवा उद्यमियों को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन की आत्मकथा का वाक्य याद रखना चाहिए कि हारने पर आदमी खत्म नहीं होता है, लेकिन जब वह मैदान छोड़ देता है तो खत्म हो जाता है।