देहरादून: सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र यूकेएसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) के भवन से ही लीक हुआ था। आयोग परिसर में छपाई के दौरान ही प्रिंटिंग प्रेस में तैनात निजी कंपनी के कर्मचारी ने लैपटाप से प्रश्नपत्र चुराकर पेनड्राइव में कापी कर लिया था। यह निजी कंपनी कोई और नहीं, बल्कि, लखनऊ (उत्तर प्रदेश) स्थित वही आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस लिमिटेड (प्रिंटिंग प्रेस) है, जिसके संचालक राजेश चौहान ने आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा का प्रश्नपत्र भी लीक किया था।
जांच में सामने आया कि सचिवालय रक्षक का प्रश्नपत्र आयोग ने अपने भवन में संचालित मिनी प्रिंटिंग प्रेस में ही छपवाया था। परीक्षा की तिथि से एक हफ्ते पूर्व आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस के कर्मचारी प्रदीप पाल और उसकी टीम देहरादून के रायपुर में आयोग के भवन में प्रश्नपत्र की छपाई के लिए पहुंची थी। इसी दौरान प्रदीप पाल ने प्रश्नपत्र चोरी कर लिया।
कंप्यूटर आपरेटर पद पर तैनात था आरोपित
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि आरोपित प्रदीप पाल वर्ष 2017 से आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस लिमिटेड में कंप्यूटर आपरेटर पद पर तैनात था। वह कंपनी के प्रिंटिंग प्रेस संबंधी कार्य देखता था और देहरादून में पाम सिटी में कंपनी के फ्लैट में रह रहा था। वह लगातार लखनऊ में प्रिंटिंग प्रेस के दूसरे कर्मचारी जयजीत के संपर्क में था और जयजीत के कहने पर ही उसने प्रश्नपत्र चुराया।
प्रश्नों के घेरे में आयोग के अधिकारियों की भूमिका
आयोग के अंदर से प्रश्नपत्र लीक होने का राजफाश होने के बाद आयोग के अधिकारियों व प्रश्नपत्र तैयार करने वाली समिति की भूमिका भी प्रश्नों के घेरे में आ गई है। जो समिति प्रश्नपत्र तैयार करती है, उसकी निगरानी में ही प्रश्नपत्र सेट करने से लेकर प्रिंटिंग तक का काम होता है। ऐसे में कंप्यूटर आपरेटर ने कैसे यह प्रश्नपत्र चोरी कर लिया, यह बड़ा प्रश्न है।