लखनऊ। करीब एक माह पहले ही नगर निगम में मुख्य अभियंता (चीफ इंजीनियर) के पद पर तैनात हुए संजय कटियार रंगदारी मांगने के आरोप में फंस गए हैं। संजय कटियार के खिलाफ आगरा में रंगदारी मांगने की एफआइआर दर्ज की गई है। वह पूर्व में आगरा निगम में मुख्य अभियंता के पद पर तैनात थे और वहां से ही लखनऊ तबादला होकर आए थे। मुकदमे में आगरा के भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) नेता अमित सिंह भी आरोपित हैं। ये एफआइआर आगरा के प्रतिष्ठित प्रकाशक और बिल्डर ने हरीपर्वत थाने में दर्ज कराई है। मुकदमे में सात-आठ अज्ञात भी शामिल हैं। प्रकाशक ने आफिस में हथियारबंद लोगों के साथ घुसने के वीडियो भी आगरा पुलिस को साक्ष्य के रूप में दिए हैं।
पीड़ित रवि जैन का रतन प्रकाशन मंदिर के नाम से पुस्तक प्रकाशन का व्यवसाय है। वे भवन निर्माण का कारोबार भी करते हैं। रवि जैन का आरोप लगाया है कि पूर्व में आगरा नगर निगम में तैनात रहे चीफ इंजीनियर वर्तमान में नगर निगम लखनऊ संजय कटियार ने उन्हें अपने जाल में फंसा लिया। आरोपित ने 15 प्रतिशत ब्याज पर 65 लाख रुपये का निवेश उनके कारोबार में किया। संजय कटियार ने अपने ससुर महेश प्रकाश कटियार के खाते से 26 लाख और साले मनोज कटियार के खाते से 39 लाख रुपये दिए थे। तयशुदा ब्याज 15 प्रतिशत के अतिरिक्त 15 लाख रुपये अपनी पत्नी उपमा के खाते में डालने की मांग करने लगे।
रवि जैन का कहना है कि वे एकमुश्त रकम वापस करने की स्थिति में नहीं थे। आरोप है कि धमकाने के लिए अमित सिंह को उनके पीछे लगा दिया। ब्याज के रूप में वह उन्हें 60 लाख से अधिक रुपये दे चुके हैं। इसके अलावा धमकाकर रंगदारी के रूप में एक करोड़ रुपये वसूले जा चुके हैं। कारोबारी से रंगदारी वसूलने के बाद चीफ इंजीनियर ने कानपुर में करोड़ों रुपये की जमीन खरीदी। आरोप है कि 30 करोड़ की लागत से लखनऊ में कोठी बनवाई है। 24 अगस्त को भाजयुमो नेता अमित सिंह अपने हथियारबंद साथियों के साथ पीड़ित के कार्यालय में पहुंचे और कर्मचारियों को धमकाया। इसके बाद कुछ चेक व अन्य कागजात लेकर चले गए। उधर, मुख्य अभियंता संजय कटियार ने घटना से अनभिज्ञता जताई है और कहा कि मुकदमा दर्ज होने की कोई जानकारी नहीं है।