मेरठ। मेरठ के हस्तिनापुर की रामलीला ग्राउंड कालोनी में बैंक मैनेजर की गर्भवती पत्नी और पांच साल के बेटे की हत्या का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है। नोएडा में रहने वाले बहनोई ने एक रिश्तेदार के साथ मिलकर बैंक मैनेजर की पत्नी और बच्चे का मौत के घाट उतारा था।
बहनोई को हिरासत में लिया
पुलिस ने हत्यारोपित बहनोई को हिरासत में लिया है। उसके साथी की धरपकड़ को गाजियाबाद में दबिश डाली जा रही है। पुलिस ने स्कूटी और लूटी हुई कुछ ज्वैलरी भी बरामद कर ली है। बैंक मैनेजर बनने के बाद संदीप ने परिवार से किनारा कर लिया था। उसी वजह से पूरा परिवार उससे जलन रखने लगा था।
जलन की भावना सामने आई
ईर्ष्या की वजह से ही हरीश ने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया था। हस्तिनापुर के रामलीला ग्राउंड कालोनी में संदीप कुमार का परिवार रहता हैं। संदीप कुमार बिजनौर के जलीलपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में मैनेजर हैं।
हत्या का शक जताया था
सोमवार को संदीप बैंक से ड्यूटी करने के बाद घर पहुंचे। तब घर पर ताला लगा था। ताला तोड़कर अंदर देखा तो कमरे के अंदर के पत्नी शिखा और बेटे रुद्रांश का शव बेड के अंदर पड़ा था। घर के अंदर से 14 लाख की ज्वैलरी और ढाई लाख की नकदी तथा स्कूटी भी गायब थी। पुलिस ने लूट और हत्या का मुकदमा दर्ज किया। शिखा के पिता श्रीप्रकाश और पति संदीप ने अपने बहनोई नोएडा के होशियारपुर निवासी हरीश और चचेरे भाई अरुण उर्फ बिल्लू पर हत्या का शक जताया।
अपना अपराध कबूल किया
पुलिस ने दोनों को पकड़कर पूछताछ की। अरुण उर्फ बिल्लू को छोड़ दिया गया, जबकि हरीश ने गाजियाबाद निवासी अपने एक रिश्तेदार के साथ मिलकर हत्या करना कबूल कर लिया है। उसके बाद पुलिस ने हरीश की निशानदेही पर स्कूटी और ज्वैलरी बरामद की है। दूसरे आरोपित की धरपकड़ को गाजियाबाद में दबिश डाली जा रही है।
संदीप की तरक्की से खुंदक रखता था हरीश
नोएडा का रहने वाला हरीश वहां पर टैक्सी चलाता था। उसने पत्नी डाली के द्वारा कई बार संदीप कुमार से मदद की गुहार भी लगाई है। लेकिन संदीप ने उनकी मदद नहीं की। हरीश ने पुलिस को बताया कि शिखा से शादी करने के बाद संदीप ने अपने परिवार से किनारा कर लिया था। परिवार अभी भी गरीबी में जीवन यापन कर रहा है। उसने परिवार की किसी भी स्तर पर मदद नहीं की। इसी को लेकर संदीप से हरीश ईर्ष्या रखने लगा था। उसने पूरी प्लानिंग की और रिश्तेदार के साथ मिलकर शिखा और उसके बेटे की हत्या का प्लान बनाया। हत्या को लूट दर्शाने के लिए ज्वैलरी और नकदी तथा स्कूटी भी लेकर चले गए।
इनका कहना है
दोहरे हत्याकांड को बैंक मैनेजर के बहनोई ने साथी के साथ मिलकर अंजाम दिया है। उसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उसके साथी की धरपकड़ को टीम ने गाजियाबाद में छापामारी शुरू की है। बैंक मैनेजर से ईष्र्या रखने की वजह से वारदात की है।
– रोहित सजवाण, एसएसपी
शिखा के गर्भ से पूरा नवजात निकला
पोस्टमार्टम में शिखा के गर्भ से बच्चा पूरा निकला है। डाक्टरों का कहना था कि बच्चा पूरा हो चुका था। जल्द ही डिलेवरी होने वाली थी। उससे साफ है कि आरोपितों ने तीन हत्याएं की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस ने अपने रिकार्ड में भी तीन हत्याएं दर्शा दी है।
दुपट्टे से गला दबाकर की गई थी हत्या : हरीश हत्या के इरादे से तमंचा लेकर पहुंचे थे।उन्होंने शिखा को तमंचे से डराया और उसके दुपट्टे से ही गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद बेटे का गला भी दबाया। घर से जाते समय बाहर का ताला लगा दिया, ताकि आराम से स्कूटी पर सवार होकर नोएडा जा सकें। गाजियाबाद में अपने रिश्तेदार के घर स्कूटी और ज्वैलरी रख दी। उसके बाद बस में सवार होकर नोएडा चला गया। पुलिस ने नोएडा से ही हरीश और उसकी पत्नी को हिरासत में ले लिया था।