चित्रदुर्ग: कर्नाटक के लिंगायत मठ में नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म करने के आरोपित महंत शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने आरोपित को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपित को चित्रदुर्ग जिला जेल लाया गया है, पुलिस आज कोर्ट खुलने के बाद उसकी रिमांड की मांग करेगी। इससे पहले आरोपी की जमानत याचिका पर सुनवाई गुरुवार को टाल दी गई थी। शिवमूर्ति के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर राज्य में राजनीति भी गर्म हो गई है।
महंत की गिरफ्तारी पर राजनीति गरम
विपक्ष सरकार पर आरोपित के साथ नरमी बरतने का आरोप लगाकर इसे चुनावी मुद्दा बनाने का प्रयास कर रहा है। इस बीच, वकीलों के एक समूह ने कर्नाटक हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखकर कहा है कि आरोपित के खिलाफ निष्पक्ष जांच नहीं की जा रही है। उसकी अब तक मेडिकल जांच तक नहीं कराई गई है। ये बातें दर्शाती हैं कि जांच निष्पक्ष ढंग से नहीं हो रही है। इस मामले में महंत सहित पांच लोगों को आरोपित बनाया गया है।
राहुल गांधी कर चुके हैं मठ का दौरा
मामले में अधिक जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि निर्धारित प्रक्रिया के तहत आरोपी को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। साथ ही प्रक्रिया के मुताबिक ही मेडिकल टेस्ट भी कराया गया है। मंगलवार को चित्रदुर्ग में जिला सत्र न्यायालय ने मुरुघा मठ के मुख्य पुजारी की अग्रिम जमानत याचिका को एक सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया था। बता दें, बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी नेता डीके शिवकुमार और केसी वेणुगोपाल के साथ चित्रदुर्ग में मुरुगा मठ का दौरा किया। मुरुगा मठ को एक प्रभावशाली संस्थान के रूप में भी जाना जाता है। जहां नियमित रूप से आने वाले राजनेताओं की एक लंबी लिस्ट है। महंत ने राहुल गांधी को ‘लिंगादीक्ष’ भी दी थी, जो की एक रस्म है जिसमें एक व्यक्ति को लिंगायत संप्रदाय में आने के लिए आमंत्रित किया जाता है।