नई दिल्ली। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ (द्वितीय) की मौत के बाद बैंक ऑफ इंग्लैंड ने कहा है कि महारानी एलिजाबेथ की तस्वीर वाले सभी नोट वैध रहेंगे। गुरुवार देर रात को महारानी एलिजाबेथ की मृत्यु 96 वर्ष की उम्र में हो गई थी।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक केंद्रीय बैंक ने कहा है कि महारानी एलिजाबेथ तस्वीर वाले सभी मूल्य के नोट पूरी तरह से कानून मुद्रा बने रहेंगे। शोक की अवधि पूरी होने के बाद बैंक ऑफ इंग्लैंड की ओर से इन नोटों को लेकर एक और घोषणा की जाएगी।
गवर्नर ने जताया शोक
बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर एंड्रूयू बैली ने कहा कि महारानी की मृत्यु की खबर सुनकर काफी दुख हुआ। बैंक ऑफ इंग्लैंड की ओर से मैं शाही परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
नोटों पर छपने वाली पहली क्वीन
महारानी एलिजाबेथ ब्रिटेन की पहली महारानी थीं, जिनकी तस्वीर को देश की मुद्रा पर छापा गया था। 1952 में महारानी बनने के पहले आठ सालों में महारानी एलिजाबेथ की तस्वीर किसी भी नोट नहीं छापी गई थी, लेकिन 1960 के बाद उनकी तस्वीर को नोटों पर छापा जाने लगा। शुरुआत में उनकी तस्वीर एक पाउंड के नोट पर छापी गई थी।
स्काटलैंड के बालमोरल कैसल में हुआ निधन
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ का निधन गुरुवार को स्काटलैंड के बालमोरल कैसल में हुआ था। महारानी लंबे समय से अस्वस्थ चल रही थी। पहली बार 6 फरवरी, 1952 को वह ब्रिटिश साम्राज्य की रानी बनी थीं। उनका शासन कुल 70 साल 211 दिन चला। उनका नाम दुनिया में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली प्रमुख शासकों में शुमार है।
प्रिंस चार्ल्स सभालेंगे राजगद्दी
महारानी एलिजाबेथ का विवाह 1947 में किंग जार्ज के साथ हुआ। महारानी एलिजाबेथ के बाद अब उनके बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन की राजगद्दी सभालेंगे। उनकी कुल चार संतानें हैं। प्रिंस चार्ल्स के अलावा उनके दो भाई- प्रिंस एंड्रयू, प्रिंस एडवर्ड और बहन प्रिंस एनी हैं।