बीजिंग। चीन ने चांद पर भेजे गए अपने मिशन के तहत एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। वर्ष 2020 में चांद पर भेजे गए इस मिशन के तहत जो नमूने एकत्रित कर धरती पर भेजे थे उनमें वैज्ञानिकों को खनिज मिला है। ये एक बड़ी खोज मानी जा रही है। इससे पहले इस काम को अमेरिका और सोवियत संघ ने किया है। इस तरह से चीन चांद पर खनिज की खोज करने वाला तीसरा देश बन गया है। गौरतलब है कि चीन ने वर्ष 2020 में चांद पर चांग-ई 5 मिशन भेजा था। इस मिशन के तहत करीब 1,731 ग्राम वजन के नमूने धरती पर लाए गए थे। चांद से मिले इन्ही नमूनों में अब खनिज होने की पुष्टि की गई है। दिसंबर 2020 में ही ये नमूने धरती पर लाए गए थे। (moon)
चेंजसाइट-वाई (Changesite-Y) की खोज
चीन परमाणु ऊर्जा प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डोंग बाओतोंग ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि खनिज का नाम चेंजसाइट-वाई (Changesite-Y) रखा गया है। उनके मुताबिक ये एक फास्फेट खनिज है। इसका आकार करीब 10 माइक्रान का है। चांद पर इंसानों के द्वारा खोजा गया ये छठा खनिज है। अब चीन अपने मून मिशन से काफी उत्साहित है। यही वजह है कि उसने अगले 10 वर्षों में चांद पर मानव रहित मिशन भेजे जाने की भी घोषणा कर दी है। चीन के नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन को इन मिशन को भेजने की इजाजत भी दे दी गई है।
चीन दे रहा नासा को टक्कर
आपको बता दें कि चीन अब अपने स्पेस मिशन के जरिए सीधेतौर पर अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा को टक्कर देने लगा है। रूस और अमेरिका समेत अन्य देशों के सहयोग से काम कर रहे स्पेस स्टेशन के बाद चीन ही तीसरा देश है जिसने अपना स्पेस स्टेशन अंतरिक्ष में बनाया है। इसने काम करना शुरू कर दिया है। अब चीन की निगाह लाल ग्रह पर अपना मिशन भेजने की है (moon)
नासा का आर्टिमिस-1 मिशन पर उठ रहा सवाल
चीन का ये कारनामा इसलिए भी अधिक रोमांच दे रहा है क्योंकि अमेरिका की स्पेस एजेंसी जिस आर्टिमिस 1 मिशन को चांद पर भेजने वाली थी वो लगातार नाकाम हो रहा है। इसको लान्च करने की अब नई तारीख नासा के द्वारा घोषित की जाएगी। ऐसे में जानकार चीन की इस उपलब्धि को काफी बड़ा मान रहे हैं। (moon)