लखनऊ। महिला गिरफ्तार: सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला को गोमतीनगर विस्तार पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ सिंतबर 2020 में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया था।
मुकदमा गायत्री प्रजापति की कंपनी के पूर्व डायरेक्टर बृजभान चौबे ने दर्ज कराया था। इंस्पेक्टर अनिल सिंह ने बताया कि आरोपित महिला के खिलाफ गैर जमानती वारंट न्यायालय ने जारी किया था। महिला को आशियाना से गिरफ्तार किया गया है। मामले में गायत्री व उसके बेटे अनिल को भी नामजद कराया गया था। गायत्री और अनिल पहले से ही जेल में है। महिला फरार चल रही थी।
इंस्पेक्टर के मुताबिक बृजभान चौबे खरगापुर के रहने वाले हैं। वह गायत्री की कंपनी के पूर्व डायरेक्टर थे। बृजभान ने आरोप लगाया था कि गायत्री प्रजापति के कहने पर महिला ने 90 लाख रुपये की संपत्ति की रजिस्ट्री कर दी थी। महिला ने उन्हें भी फंसाने की योजना बनाई थी। वह उन्हें भी दुष्कर्म के मुकदमें में फंसाने की धमकी दे रही थी। सर्विलांस की मदद से महिला की लोकेशन ट्रेस कर उसे गिरफ्तार किया गया है।
एमपी-एमएलए कोर्ट ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति समेत तीन को दोषी करार करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई थी। पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को पॉक्सो अदालत ने सामूहिक दुष्कर्म करने का दोषी ठहराया था। गायत्री प्रजापति अशोक तिवारी और आशीष शुक्ला को पॉक्सो अधिनियम के आरोपों से बरी किया गया था।
ईडी आय से अधिक संपत्ति के मामले में बीते दिनों पूर्व मंत्री व उसके कुनबे की 36.94 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कर चुका है। गायत्री व उसके परिवार की जो संपत्तियां जब्त की गई थीं, उनमें 57 बैंक खाते भी शामिल थे। गायत्री ने नौकर राम सहाय के नाम पर मोहनलालगंज के इंद्रजीत खेड़ा में 10 बीघा जमीन ली थी।