मेरठ। पचास हजार के इनामी तांत्रिक नजाकत उर्फ पप्पू की गिरफ्तारी के बाद कई पुलिसकर्मियों की गर्दन फंस गई है। पूछताछ में नजाकत ने फरारी के बाद कई पुलिसकर्मियों से दोस्ती के बारे में जानकारी दी है। एसटीएफ की रिपोर्ट में सामने आया कि फरारी के बाद से ही नजाकत कई पुलिसवालों के संपर्क में था। उसके बाद भी पुलिसकर्मी उसे नहीं पकड़ रहे थे। उसकी ऐवज में नजाकत से मोटी रकम वसूल रहे थे। गौरतलब है कि फरारी के दौरान उसने अपना नाम संजय शर्मा रख लिया था।
2015 में कचहरी परिसर से हुआ था फरार: तांत्रिक
वर्ष 2015 में कचहरी परिसर में पुलिस कस्टडी से फरार हुए नजाकत को एसटीएफ ने सात साल बाद गोल मार्केट से पकड़ा। उससे एसपी क्राइम अनित कुमार और एएसपी एसटीएफ ब्रिजेश सिंह ने पूछताछ की है। बताया जाता है कि उसने कई पुलिसकर्मियों के नाम भी उजागर किए हैं, जिनके संपर्क में वह फरारी के दौरान था। एएसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि नजाकत के सहयोगी पुलिसवालों की रिपोर्ट एडीजी एसटीएफ को भेजी जा रही है। एसएसपी रोहित सजवाण का कहना है कि पुलिस नजाकत की संपत्ति की जांच कर रही है। उस पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कर संपत्ति जब्त की जाएगी। इसके लिए पुलिस की एक टीम बनाई जा रही है।