नई दिल्ली। Workout & Heart Attack: वर्कआउट करना सेहत के लिए बेहद ज़रूरी होता है, लेकिन जैसे किसी भी चीज़ की अति नुकसानदायक होती है, ऐसे ही ज़्यादा कसरत भी फायदे की जगह नुकसान करने लगती है। मांसपेशियों में स्ट्रेन और अकड़न के साथ हार्ट फेलियर, स्ट्रोक और यहां तक कि कार्डियेक अरेस्ट का कारण भी बन सकती है।
क्या एक्सरसाइज़ से पहुंचता है दिल को नुकसान?
वर्कआउट करने से दिल की सेहत के साथ पूरे शरीर को फायदा पहुंचता है। WHO की मानें, तो एक्सरसाइज़ की कमी दिल की बीमारी के जोखिम को 50 फीसदी बढ़ा देती है। इसलिए एक्सपर्ट्स का मानना है कि वर्कआउट करना दिल की सेहत को ऑन ट्रेक रखने में मदद करता है। हालांकि, ज़रूरत से ज़्यादा कोई भी चीज़ आपको फायदे की जगह नुकसान पहुंचाने लगेगी।
इसलिए आज हम बात कर रहे हैं, ऐसे लक्षणों के बारे में, जो दिल की परेशानी का संकेत हो सकते हैं, खासकर वर्कआउट के दौरान।
वर्कआउट के दौरान ऐसे होते हैं दिल की दिक्कत से जुड़े लक्षण
दिल का दौरा या फिर स्ट्रोक अक्सर एक ही तरह के लक्षण के साथ नहीं आता। हालांकि, आपकी बॉडी आपको पहले से सिगनल देना शुरू कर देती है। खासतौर पर जब आप एक्सरसाइज़ कर रहे होते हैं, तो सीने में दर्द या बेचैनी का मतलब गंभीर हो सकता है। इन लक्षणों पर दें ध्यान!
सीने में बेचैनी
सीने में अचानक दर्द या बेचैनी महसूस करना Heart Attack का शुरुआती लक्षण हो सकता है, खासतौर पर जब आप वर्कआउट कर रहे हों। इस दौरान आपको हल्की बेचैनी से लेकर तेज़ दबाव महसूस हो सकता है। साथ ही सीने के बीचोबीच भारीपन लग सकता है। यह कुछ देर होने के बाद ठीक भी हो सकता है। जब ऐसा हो तो आपको फौरन एक्सरसाइज़ बंद कर देनी चाहिए और मेडिकल मदद लेनी चाहिए।
सांस लेने में दिक्कत
ठीक तरह से सांस नहीं ले पा रहे हैं? सांस लेने में अजीब सी दिक्कत आना, साथ ही सीने में दर्द, खासतौर पर किसी एक्टिविटी के दौरान, आमतौर पर दिल के दौरा का संकेत माना जाता है।
यह लक्षण या तो सीने में दर्द या बेचैनी से पहले आ सकता है या फिर बिना किसी बेचैनी के।
चक्कर आना या बेहोशी
दिल के दौरे का एक और चेतावनी का संकेत होता है, चक्कर आना या बेहोशी होना। कई बार, जिम में ज़्याजा मेहनत कर लेने से आपके शरीर में दर्द हो सकता है या फिर आपको कमज़ोरी या चक्कर आ सकते हैं। इस संकेत को नज़रअंदाज़ न करें और फौरन डॉक्टर के पास जाएं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।