भारत में तेज़ी से बढ़ रहे लम्पी वायरस (Lumpy Virus) ने अबतक ना जाने कितनी गायों को अपनी चपेट में ले लिया हैं लम्पी वायरस एक ऐसी बीमारी हैं जो बेज़ुबान गायों को अपनी चपेट में ले रही हैं इस बीमारी में गायों के शरीर में ब्लड क्लॉट बनता हैं और उनको बुखार चढ़ता हैं जिस कारण न ही वह कुछ खा पाती हैं बस एक जगह पड़ी रहती है लम्पी वायरस पहली बार ज़ाम्बिया में 1929 में महामारी के रूप में पाया गया था अब यह बीमारी भारत में तेज़ी से फेल रही है जिस कारण उन बेज़ुबान पशुओं ने दम तोड़ दिया हैं और नाजाने कितनी और गाय हैं जिसकी जानकारी किसी को भी शायद न ही हो और न ही सरकार को होगी क्यूंकि नाजाने अब तक कितनी गाय ऐसी होगी जो ऐसी दम तोड़ चुकी हैं| और अबतक भारत में लगभग 97,440 गायों ने इस वायरस से दम तोड़ दिया हैं|
ये भी पड़े – दिल्ली में 10 साल के बच्चे के साथ तीन नाबालिक दोस्तों ने की हैवानियत की हद पार|
लम्पी वायरस (Lumpy Virus) ने देश में बहुत भयानक अवतार ले लिया जो बेज़ुबान गायों को बहुत दर्द दे रही हैं| हिमाचल और राजस्थान में लम्पी वायरस ने अपने पैर पसार लिए हैं और ना जाने कितनी गायों को अपना शिकार बना लिया हैं|राजस्थान में 13.99 गाय इस भयानक वायरस से संक्रमित हैं और 64 हज़ार गाय. इस लम्पी वायरस के कारण अपनी जान गवा चुकी हैं| इसका सीधा असर पशुपालन और किसानो पर पड़ रहा हैं| आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 23 सितंबर की शाम तक 97,440 गायों की मृत्यु हो चुकी हैं| जिसके लिए सरकार ने अब इन बेज़ुबान पशुओं के लिए इस बीमारी से लड़ने के लिए वैक्सीनेशन का निर्माण किया हैं| यह वैक्सीनेशन ‘रिंग वैक्सीनेशन’ हैं जो इस बीमारी से लड़ने के लिए काफी कारगर हैं|
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) बरेली के निदेशक केपी सिंह ने बताया की, (Lumpy Virus) वायरस के संक्रमण से औसत मृत्युदर लगभग 5 प्रतिशत है। कुछ जगह 10 प्रतिशत की जानकारी है। लेकिन, इस बीमारी के लक्षण के आधार पर उपचार होने पर 90 से 95 प्रतिशत पशु ठीक हो जा रहे हैं।