गोरखपुर। गोरखपुर के हिस्ट्रीशीटर ओमप्रकाश तिवारी उर्फ बभन्नर को जमानत मिलने पर समर्थकों और स्वजन के जश्न मनाने की जांच शुरू हो गई है। एसपी नार्थ ने मामले का संज्ञान लेते हुए सीओ कैंपियरगंज को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। आरोप है कि हत्या के मामले में जेल गए हिस्ट्रीशीटर को जमानत मिलने की खुशी में हर्ष फायरिंग भी की गई थी।
2015 में गांव के रहने वाले साथी की ओमप्रकाश ने कर दी थी हत्या
नयनसर गांव में रहने वाले पीपीगंज थाने के हिस्ट्रीशीटर ओमप्रकाश तिवारी उर्फ बभन्नर ने वर्ष 2015 में गांव के रहने वाले अपने साथी पुनीत तिवारी की हत्या कर दी थी।पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करते हुए ओमप्रकाश तिवारी को जेल भेजने के साथ ही उसकी हिस्ट्रीशीटर खोली थी। 15 दिन पहले हाईकोर्ट से उसकी जमानत मंजूर हुई है।आरोप है कि स्वजन व समर्थकों ने जमानत मिलने की खुशी में दो दिन तक गांव में हर्ष फायरिंग की।शनिवार को थाने पहुंची पुनीत की पत्नी इंदू तिवारी ने पीपीगंज थाना प्रभारी को तहरीर दी।
इंदू का आरोप है कि हत्यारोपित को जमानत मिलने की खुशी में उसके स्वजन जश्न मनाने के साथ ही गांव में हर्ष फायरिंग कर रहे हैं।12 और 13 अक्टूबर को पूरे दिन यह सिलसिला चला। जिसकी वजह से उनका परिवार दहशत में है। एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि सीओ कैंपियरगंज मामले की जांच कर रहे हैं। पीडि़त परिवार को सुरक्षा देने के साथ ही दहशत फैलाने वालों पर निरोधात्मक कार्रवाई होगी।
संतकबीरनगर जिले में मिला था शव
वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव में ओमप्रकाश तिवारी ने अपने परिवार के लोगों को चुनाव लड़ाया था। पुनीत तिवारी ने चुनाव के दौरान ओमप्रकाश तिवारी के प्रत्याशी का प्रचार किया।बाद में उसने यह आरोप लगाते हुए पुनीत की हत्या कर दिया था कि उसने छल किया था। अपने जानने वालों से दूसरे को वोट देने के लिए कहा था।हत्या के बाद ओमप्रकाश ने पुनीत के शव को संतकबीरनगर जिले के मेंहदावल थानाक्षेत्र में ले जाकर फेक दिया था।
थानेदार बता रहे की पटाखा फूटा था
प्रभारी निरीक्षक पीपीगंज थाना शिवशंकर चौबे ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया।पहले तो वह मामले को टालते रहे। अधिकारियों के संज्ञान में आने पर शनिवार की सुबह इंदु को थाने बुलाया और तहरीर ली। घटना के बारे में पूछने पर बताया कि गांव में पटाखा जलाने की जानकारी मिली है। फायरिंग के आरोप की जांच चल रही है।