अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपित (Hindu Sena worker) आफताब पूनावाला हमले के दौरान हिंदू सेना के कार्यकर्ता दस मिनट के लिए आफताब को उन्हें सौंपने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि आफताब ने उनकी बहन श्रद्धा के 35 टुकड़े किए थे, अब वह उसके 70 टुकड़े कर देंगे। उनसे जब पूछा गया कि तलवार कहां से लेकर आए तो उन्होंने बताया कि वह एक गुरुद्वारे से तलवारें लेकर आए हैं। तलवारें ही नहीं, वह बंदूकें भी लाएंगे।
ये भी पड़े – अब भारत में सैमसंग कंपनी बनाएगी 4जी और 5जी टेलीकॉम इक्विपमेंट
आफताब के लिए घात लगाए बैठे थे आरोपित
आफताब अमीन पूनावाला को लेकर जा रही पुलिस वैन पर सोमवार शाम को तलवारों से लैस लोगों द्वारा हमला किया जाना पुलिस की बड़ी विफलता मानी जा रही है। हमलावर एफएसएल लैब के बाहर हमले के लिए दिनभर घात लगाए टहलते रहे, लेकिन पुलिस के खुफिया तंत्र को इसकी भनक तक नहीं लगी।सूत्रों के मुताबिक आरोपित सुबह ही रोहिणी लैब के पास पहुंच गए थे। वह पहले से ही योजना बनाकर आए थे। इसके लिए आरोपित बकायदा गुरुद्वारे से तलवारें लेकर आए थे। कार को भी योजनाबद्ध तरीके से खड़ा किया गया।
योजना के अनुसार आरोपितों ने पुलिस वैन के सामने कार लगाई (Hindu Sena worker) और हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से कुछ देर के लिए वैन में सवार सुरक्षा कर्मी थी हक्के-बक्के रह गए। आरोपित किसी भी कीमत पर आफताब तक पहुंचना चाहते थे। अगर आफताब वैन में बने केबिन में बंद न होता, तो बड़ा हादसा हो सकता था।
तीन स्तर की होती है सुरक्षा
पुलिस वैन में तीन स्तर की सुरक्षा होती है। वैन के पीछे की ओर एक मुख्य दरवाजा होता है। उसके बाद दो केबिन में पुलिस कर्मी होते हैं और तीसरे में आरोपित को रखा जाता है। आरोपितों ने जैसे ही दरवाजा खोला, हथियारों से लैस पुलिस कर्मियों को देखकर वह पीछे हट गए।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
200 मीटर पर है रोहिणी कोर्ट
यह घटना जहां घटी वहां से मात्र 250 मीटर पर ही रोहिणी कोर्ट है। (Hindu Sena worker) रोहिणी कोर्ट की सुरक्षा को लेकर भारी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं। अर्द्ध सैनिक बलों के जवान भी तैनात रहते हैं। बीते महीनों कोर्ट में हुए हत्याकांड के बाद भी इस तरह की लापरवाही पुलिस पर सवालिया निशान खड़े कर रही हैं।
लेकिन कोर्ट द्वारा पुलिस को यह आदेश दिए गए की जबतक इस केस की सुनवाई ख़त्म नहीं हो जाती तबतक आफताब को पूरी प्रोटेक्शन दी जाएगी|