उत्तरप्रदेश के मेरठ में एक महिला ने एसएसपी ऑफिस जाकर (SSP office) दरोगा, 2 सिपाही समेत चार लोगों पर गैंगरेप करने का आरोप लगाया. इससे वहां हड़कंप मच गया. महिला के आरोपों को लेकर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वो झूठ बोल रही है. एक पुराने मामले को लेकर वो दरोगा पर दबाव बना रही है. उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी| यूपी के मेरठ में एक महिला ने दरोगा, सिपाही सहित चार लोगों पर गैंगरेप करने का आरोप लगाया है. वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि महिला झूठ बोल रही है. वह एक मामले में जेल जा चुकी है, जिस दरोगा ने उसे गिरफ्तार किया था, उस पर दबाव बनाने के लिए ये आरोप लगाए हैं. महिला के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी|
ये भी पड़े – सोशल मीडिया पर वायरल हुआ Rajasthan के कार हादसे का वीडियो, कार कि हुई बुरी हालत |
महिला का कहना है कि वो सामाजिक कार्यों से जुड़ी रहती है. शहर में कूड़ा बीनने वालों के लिए आवाज उठाती है. 15 अक्टूबर को थाना क्षेत्र के नौचंदी ग्राउंड में कूड़ा बीनने वालों का धरना प्रदर्शन चल रहा था. सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते वहां पहुंची थी. इसकी खबर थाना पुलिस को लगी तो वो मौके पर पहुंची और गाड़ी के साथ ही उसे भी थाने ले गई|
रंगदारी मांगने के आरोप में बंद किया
महिला के मुताबिक, पुलिस ने उसे शाम को उसको छोड़ दिया (SSP office) लेकिन गाड़ी अगले दिन आकर ले जाने के लिए कहा. इस पर वो अगले दिन अपनी कार लेने थाने पहुंची. इसी दौरान वहां मौजूद गाजियाबाद के रहने वाले रवि त्रिवेदी और दरोगा के.के. गौतम ने रंगदारी मांगने के आरोप में थाने में बंद कर दिया.
मेरे साथ गैंगरेप और बेटी को पीटा
महिला का आरोप है, “दोपहर करीब 1 बजे दरोगा, 2 सिपाही और रवि मुझे एक कमरे में ले गए और सभी ने रेप किया”. इसके साथ ही पुलिस ने जबरन झूठे मामले में फंसा कर जेल भेज दिया”. इतना ही नहीं घर जाकर बेटी के साथ मारपीट की. साथ ही उससे 80 रुपये लिए. महिला का कहना है कि उसने अपने साथ हुई इस घटना की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से भी की है और लगातार न्याय की गुहार लगा रही है|
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
दरोगा पर दबाव बना रही महिला
इस मामले में मेरठ के एसपी सिटी पीयूष सिंह का कहना (SSP office) है, “महिला आज एसएसपी ऑफिस पहुंची थी. उसने दरोगा, दो सिपाही और रवि नाम के शख्स के खिलाफ शिकायत दी है. इस मामले में कोई सच्चाई नहीं है. दरोगा ने पूर्व में उसे गिरफ्तार किया था. इसी मामले को लेकर वो दरोगा पर दबाव बना रही है| पुलिस अधिकारियो का कहना हैं कि इस बात में उन्हें कोई सच्चाई नज़र नहीं आ रही हैं, क्यूंकि इस महिला को पुलिस द्वारा पहले भी किसी कारण जेल भेजा गया था|