बिहार में ज़हरीली शराब के कारण अबतक 57 लोगो की मौत हो गई हैं| छपरा जिला में (Poisonous Liquor) जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला अभी थमा भी नहीं है कि पड़ोसी जिला में अब चार लोगों की मौत की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि छपरा बार्डर से सटे सिवान के भगवानपुर प्रखंड के ब्रह्मस्थान गांव में जहरीली शराब से चार लोगों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान महेश राम, अमीर मांझी, अवध मांझी तथा शंभू यादव के तौर पर हुई है। मृतक शंभू यादव का शव सदर अस्पताल में लाया गया है। उनके भतीजे ने बताया गांव में ही कल शाम में शराब पी थी। शुक्रवार सुबह आंख से कम दिखाई देने की बात कही। इसके बाद तबीयत बिगड़ गई और इलाज के दौरान मौत हो गई।
मृतकों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। यह खबर लगातार अपडेट की जा रही है|
बता दें कि सारण जिले में जहरीली शराब पीने से इसुआपुर, मशरक, अमनौर एवं मढ़ौरा में अब तक मरने वालों की संख्या 53 हो गई है। सिवान में चार मौतों के बाद मरने वालों की कुल संख्या 57 पहुंच चुकी है। वहीं, 36 से अधिक लोगों का उपचार सदर अस्पताल व निजी क्लीनिक में चल रहा है। (Poisonous Liquor) छपरा के जिलाधिकारी (डीएम) राजेश मीणा ने मादक पदार्थ के सेवन से 26 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है। जहरीली शराब पीने से सबसे अधिक मौत मशरक में हुई है। घटना के बाद पुलिस ने मशरक एवं इसुआपुर में प्राथमिकी दर्ज कर चार शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
मशरक थानाध्यक्ष रितेश मिश्रा व चौकीदार विकेश तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। जबकि, मढ़ौरा के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) इंद्रजीत बैठा का स्थानांतरण करते हुए उनपर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा गृह विभाग से की गई है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतोष कुमार ने बताया कि पुलिस ने शराब तस्करी के सप्लाई चेन को चिह्नित कर लिया है। इस मामले में एक महिला तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया है। (Poisonous Liquor) उन्होंने कहा कि मशरक से ही शराब की आपूर्ति की गई थी। शराब के सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए सोनपुर एएसपी के नेतृत्व में तीन डीएसपी समेत 31 पुलिस अधिकारियों की एसआइटी गठित की गई है। इस मामले में जल्द ही और गिरफ्तारियां होंगी। पुलिस द्वारा अबतक चार शराब तस्करों को गिरफ्तार किया चुका है। फिलहाल पुलिस ज़हरीली शराब तस्करो की जांच में जुटी हैं|