जैसा की हमे पहले से ही लग रहा था की संसद सत्र आज भी हंगामेदार रहने के आसार हैं। आज भी संसद के लोकसभा में शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के दौरान विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। तवांग मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। इस दौरान सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन (Mallikarjun) खरगे की टिप्पणी को लेकर भाजपा ने भी संसद में तेवर दिखाए। भाजपा ने खरगे से माफी की मांग की है।
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माफी मांगें मल्लिकार्जुन खरगे- भाजपा
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अलवर में सोमवार को खरगे ने अभद्र भाषण दिया था। जिस भाषा का प्रयोग किया गया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने जिस तरह से अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, निराधार बातें कही और देश के सामने झूठ पेश करने की कोशिश की, मैं उसकी निंदा करता हूं। (Mallikarjun) मैं उनसे माफी की मांग करता हूं। पीयूष गोयल ने आगे कहा कि खरगे को भाजपा, संसद और इस देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनाई। खरगे ने अपनी मानसिकता और ईर्ष्या की एक झलक दिखाई है।
संसद के बाहर भी BJP का हमला
संसद के बाहर भी भाजपा नेताओं ने खरगे को आड़े हाथ लिया है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि कांग्रेस इतने निचले स्तर पर गिर जाएगी ये किसी ने नहीं सोचा था। आजादी की लड़ाई में पूरा देश बलिदान देने के लिए तैयार था। वे लोग किसी दल के रूप में काम नहीं कर रहे थे। वहीं, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिज ने कहा कि एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष इस तरह बोलेंगे जिसको सुनकर हम सबको बहुत खराब लगता है, इसकी निंदा करना भी मुझे उचित नहीं लगता। हम दुश्मन नहीं प्रतिद्वंदी हैं। मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun) ने जिस गलत शब्दों का इस्तेमाल किया है इसी वजह से राजनीतिक स्तर गिरता है।
अपने बयान पर कायम खरगे
भाजपा के विरोध के बावजूद खरगे अपने बयान पर कायम हैं। खरगे ने कहा, ‘मैंने जो कहा वह राजनीतिक रूप से सदन के बाहर था भीतर नहीं। उस पर यहां चर्चा करने की जरूरत नहीं है। मैं अभी भी कह सकता हूं कि स्वतंत्रता संग्राम में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। ये लोग ‘माफी मांगने वाले लोग’ हैं।
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विपक्षी दलों के सांसदों का नोटिस
विपक्षी दलों ने तवांग मुद्दे पर चर्चा के लिए सदन में नोटिस दिया है। कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प पर चर्चा की मांग की है। कांग्रेस सांसद ने राज्यसभा में चर्चा के लिए नोटिस दिया है। उधर, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने इस पर चर्चा के (Mallikarjun) लिए लोकसभा में नोटिस दिया है। दोनों सदनों में कांग्रेस की अगुआई में विपक्षी दलों ने फिर से तवांग में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प सहित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लंबे समय से मौजूद तनाव के मुद्दे पर नोटिस देकर चर्चा कराने की मांग की|