उत्तरप्रदेश में लगातार गिर रहे तापमान के चलते इस बार काफी लोगो ने (Severe Cold) अपनी जान गवा दी हैं| कानपुर शहर में हृदय रोग और ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों की संख्या शुक्रवार को 21 पहुंच गई है। इसमें 19 मरीज ऐसे रहे जो हार्ट अटैक का शिकार हुए। वहीं, दो मरीज की मौत ब्रेन स्ट्रोक के कारण हुई। हृदय रोग संस्थान की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, सर्दी के कारण गंभीर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
ये भी पड़े – Sony और Honda अपनी Afeela इलेक्ट्रिक कार के साथ Tesla को देंगे टकर, 2026 में उतरेगी मार्किट में|
हृदय रोग संस्थान की OPD में रही मरीजों की भीड़
हृदय रोग संस्थान की इमरजेंसी में 78 और ओपीडी में 547 मरीज हृदय की समस्या लेकर शुक्रवार को पहुंचे। इसमें 46 मरीजों को भर्ती किया गया। अस्पताल में आठ मरीजों की मौत इलाज को दौरान हुई।(Severe Cold) वहीं, 10 मरीज ऐसे रहे जिनकी मृत्यु अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई थी। उन्हें चिकित्सकों ने मृत घोषित किया। इसी प्रकार एलएलआर अस्पताल में दो मरीजों की मौत ब्रेन स्ट्रोक से हुई।
तापमान में गिरावट के चलते बढ़ी हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक की घटनाएं
तापमान में गिरावट के कारण हृदय रोग संस्थान में हार्ट अटैक और एलएलआर अस्पताल में ब्रेन स्ट्रोक के मरीज बड़ी संख्या पहुंचे। मूलरूप से झारखंड के हनुमंताकला गढ़वा निवासी 42 वर्षीय रामचंदर बाबूपुरवा में किराए पर रहकर रिक्शा चलाते थे। गुरुवार देर रात वह किदवई नगर चौराहे पर सड़क किनारे बेसुध अवस्था में मिले राहगीरों की सूचना पर बाबूपुरवा पुलिस उन्हें पहले एलएलआर बाद में हृदय रोग संस्थान ले गए।(Severe Cold) जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं सेंट्रल स्टेशन के सिटी साइट के आरक्षण केंद्र के पास 25 वर्षीय युवक का शव मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक की मौत ठंड में हार्ट अटैक पड़ने से होने की बात सामने आई।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
मरीजों को प्राथमिकता पर इलाज देकर राहत पहुंचाने की कोशिश
लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान के निदेशक डा. विनय कृष्णा द्वारा बताया गया कि हृदय रोगियों की संख्या सर्दी के कारण बढ़ रही है। हालांकि अस्पताल में पहुंचने (Severe Cold) वाले मरीजों को प्राथमिकता पर इलाज देकर राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि इमरजेंसी में पहुंचने वाले हृदय रोग के मरीजों को बिना देरी किए हृदय रोग संस्थान रेफर किया जा रहा है। वहीं, ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों के इलाज के लिए डाक्टरों की टीम को तैनात किया गया है। इस कड़ाके की ठंड के कारण लोग ऐसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं| इस बार की ठंड लोगो के लिए काफी खतरनाक साबित होती नज़र आ रही हैं|