पंचकूला, 10 जनवरी- हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने आज (Education Minister) मनसा देवी राजकीय संस्कृत महाविद्यालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत कार्यशाला का मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित कर विधिवत रूप से शुभारंभ किया। इस अवसर पर कंवर पाल ने महाविद्यालय की सालाना मैग्जीन-2023 तथा कथातंत्रम पुस्तक का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुये कंवर पाल ने कहा कि संस्कृत हजारों साल पुरानी प्राचीन भाषा है। अपनी ऐतिहासिक संस्कृति को पीढ़ी दर पीढ़ी पंहुचाने के लिये संस्कृत भाषा का प्रचार प्रसार जरूरी है। वर्तमान में संस्कृत भाषा भारतवर्ष तक ही सीमित नहीं है बल्कि देश विदेशों में भी संस्कृत भाषा पढ़ाई जाती है। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल की भांति आज विदेशी लोग भारत की यूनिवर्सटी व महाविद्यालयों में आकर इस भाषा का अध्ययन कर रहे है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में संस्कृत भाषा भारत की ही नहीं दुनिया की मुख्य भाषा बनकर उभरेगी।
उन्होंने कहा कि संस्कृत एक वैज्ञानिक भाषा है और हरियाणा सरकार द्वारा इसका व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार के प्रयासों से ही (Education Minister) कैथल में संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है। इसके अलावा राज्य के विभिन्न जिलों में संस्कृत काॅलेजों में भी विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा पढ़ाई जा रही है। हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि संस्कृत को जन-जन की भाषा बनाने में आगे आये और ज्यादा से ज्यादा लोगों को संस्कृत भाषा से जोड़े।
इस अवसर पर शिक्षामंत्री ने काॅलेज के शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्कृत महाविद्यालय में कार्य कर रही शारीरिक शिक्षा की प्रवक्ता को दो साल के कम समय में महाविद्यालय में व्यायामशाला की स्थापना तथा खेलकूद के कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान के लिये हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय के संस्कृत प्रोफेसर डाॅ राजबीर द्वारा लिखित पुस्तक कथातंत्रम का विमोचन किया।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
कॉलेज की प्राचार्या रीटा गुप्ता ने संस्कृत कॉलेज की उपलब्धियों की (Education Minister) जानकारी शिक्षा मंत्री के समक्ष विस्तार से दी। इसके उपरांत कंवर पाल गुज्जर ने मनसा देवी मंदिर परिसर में माता मनसा देवी के दर्शन कर महामायी का आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर चंडीगढ़ से आये प्रो. डाॅ. लखबीर सिंह व अंबाला संस्कृत कॉलेज के सेवानिवृत प्राचार्य नरेश बत्रा ने अपने व्याख्यान से विभिन्न काॅलेजों से आये विद्यार्थियों व अध्यापकों को (Education Minister) संस्कृत भाषा के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड के सीईओ अशोक बंसल, सचिव शारदा प्रजापति, डाॅ रेणूका ध्यानी, डाॅ डेजी, डाॅ पुष्पा, डाॅ राजबीर कौशिक सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड के गैर सरकारी सदस्य भी उपस्थित थे।