Makar Sankranti: हिन्दू धर्म शास्त्रों और हिंदू पंचांग के अनुसार सभी 12 राशियों का चक्कर लगाने में सूर्य को एक वर्ष का समय लगता है। अपने इस परिक्रमा के दौरान जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो इस घटना को मकर संक्रान्ति कहा जाता है। सूर्य का मकर राशि में गोचर शीत ऋतु की विदाई एवं बसंत के आगमन का प्रतीक माना जाता है। इसी दिन दक्षिण भारत में पोंगल उत्सव भी मनाया जाता है।
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जानिए किस दिन मनाया जाएगा मकर संक्रान्ति का पर्व:
ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य 14 जनवरी 2023 को रात्रि 8.44 बजे मकर राशि में प्रवेश करेगा। भारतीय परंपरानुसार सुबह के सूर्योदय पर आने वाला पर्व ही माना जाता है। अतः मकर संक्रान्ति 15 जनवरी को मनाया जाएगा। अतः इस पर्व से संबंधित सभी परंपराओं का पालन भी 15 जनवरी 2023 के दिन ही किया जाएगा।
मकर संक्रान्ति पर रहेंगे ये शुभ मुहूर्त (Makar Sankranti Muhurat)
सूर्य का मकर राशि में प्रवेश – 14 जनवरी 2023 को रात्रि 8.43 बजे
मकर संक्रान्ति का पुण्य काल – 15 जनवरी को प्रात: 6.47 बजे से सायं 5.40 बजे तक
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इस तरह करे सूर्य की पूजा
इस दिन सुबह जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में ही सूर्य की पूजा कर जल से अर्ध्य दें। इसके बाद सूर्यदेव को गुड़, तिल तथा खिचड़ी का भोग लगाएं। उनकी आरती करें तथा प्रसाद वितरित करें। यदि आर्थिक रूप से समृद्ध है तो इस दिन सूर्यदेव के निमित्त यज्ञ तथा अन्य कर्मकांड भी कर सकते हैं।
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