बिहार के स्पेशल सेल द्वारा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI व लश्कर ए तैयबा से (Terrorist Naushad) जुड़े आतंकी नौशाद अली व खालिस्तान समर्थक आतंकी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा से पूछताछ के आरा में छापेमारी कर दो नाबालिगों को धर दबोचा है। दोनों बारहवीं के छात्र हैं। दोनों से पूछताछ में कई चौकाने वाली जानकारी मिली है। नौशाद ने आरा जाकर उक्त दोनों नाबालिगों को जेहाद के नाम पर काम करने के लिए तैयार किया था। उसने दोनों को टास्क देते हुए कहा था कि जब वह निर्देश देगा तब वे किसी दो व्यक्ति की गला काटकर हत्या कर उसका वीडियो बनाकर उसे भेज दें।
गौरतलब है कि स्पेशल सेल 12 जनवरी की रात आतंकी नौशाद अली और जगजीत सिंह उर्फ जग्गा को दिल्ली के जहांगीरपुरी से गिरफ्तार किया था। (Terrorist Naushad) दोनों के पास से तीन पिस्टल, 22 कारतूस व दो हैंड ग्रेनेड मिले थे। उनसे पूछताछ के बाद भलस्वा डेरी स्थित एक घर से पुलिस ने कुछ सामान बरामद किया था। उस कमरे में दोनों ने विगत 15 दिसंबर को राज कुमार नाम के युवक की बेरहमी से हत्या कर 37 सेकंड का वीडियो बना उसे पाकिस्तान में बैठे लश्कर ए तैयबा के आतंकी सोहैल को भेजा था।
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गूगल मैप के ज़रिए उत्तराखंड से हथियार लाए थे आतंकी
कमरे में पहले शव के तीन टुकड़े किए गए बाद में कई और टुकड़े कर उसे भलस्वा डेरी के झोड़ में फेंक दिया गया था। स्पेशल सेल को झोड़ से कुछ कंकाल मिले थे। (Terrorist Naushad) जांच से पता चला था कि आतंकी गूगल मैप के जरिये उत्तराखंड से दिल्ली में हथियार लाए थे। इस दौरान आतंकियों को पाकिस्तान से इनके आका ने सिग्नल ऐप पर निर्देश दिए और गूगल मैप के जरिये हथियार से भरे बैग की लोकेशन भेजी थी। पूरे आपरेशन को ड्राप डेड मेथेड के जरिये गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया, ताकि एजेंसियों को भनक न लगे।
नौशाद पहले कुख्यात हथियार तस्कर था। तिहाड़ जेल में लश्कर के आतंकियों से संपर्क होने पर वह उनके लिए काम करने लगा। आइएसआइ का मेन हैंडलर हैदर, नौशाद को भारत में टारगेट किलिंग के लिए जेहादी मानसिकता वाले मुस्लिम युवकों को भर्ती करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। (Terrorist Naushad) पहली भर्ती उसने जगजीत सिंह की थी। उसके बाद दो अन्य की भी उसने भती की। इनके निशाने पर दिल्ली के एक कांग्रेस नेता समेत पंजाब के शिव सेना और बजरंग दल के दो अन्य नेता थे।
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टारगेट किलिंग के लिए किया था भर्ती
स्पेशल सेल को इस नेटवर्क से जुड़े छह आतंकियों की तलाश थी। इन छह आतंकियों में दो संदिग्धों ने उत्तराखंड के एक अनजान लोकेशन में हथियारों से भरा बैग रखा था। दो आतंकियों ने इन हथियारों को जहांगीरपुरी में नौशाद और जगजीत को सौंपा था। जबकि दो अन्य आतंकियों को नौशाद ने टारगेट किलिंग के लिए भर्ती किया था।
सेल पता लगा रही है कि ये दोनों वही तो नहीं है। आतंकियों का एक आका पाकिस्तान तो दूसरा कनाडा में बैठा है। पाकिस्तान में आइएसआइ का खास हैदर है, (Terrorist Naushad) जबकि कनाडा में अर्शदीप डाला है। डाला खालिस्तान टाइगर फोर्स का आतंकी है। यह दोनों सिग्नल एप के जरिये नौशाद और जगजीत के संपर्क थे। फिलहाल दोनों नाबालिक लड़के अभी पुलिस की गिरफ्त में हैं|