पंचकूला- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने बुधवार को (Tribal Youth Exchange Programme) माता मनसा देवी मंदिर परिसर में स्थित सत्संग भवन में नेहरू युवा केंद्र संगठन एवं जिला प्रशासन पंचकूला के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 14वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर विधिवत शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में 5 राज्यों के 220 आदिवासी युवा भाग लें रहे है। इस अवसर पर उपायुक्त महावीर कौशिक और माता मनसा देवी श्राईन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार बंसल भी उपस्थित थे।
गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार के खेल एवं युवा मामले मंत्रालय की ओर से आयोजित इस 14वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का उद्देश्य चयनित आदिवासी युवाओं को देश के विभिन्न स्थानों पर जाने का अवसर प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के लिये 18-25 वर्ष (Tribal Youth Exchange Programme) के आयु वर्ग के देश के 5 राज्यों से सर्वाधिक प्रभावित जिलों से आदिवासी युवकों का चयन किया गया है। इनमें छतीसगढ, झारखंड, उडीसा, आंध्र प्रदेश और बिहार के 220 आदिवासी युवा शामिल है।
गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण युवाओं को राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में भाग लने के लिये प्रोत्साहित करने के लिये नेहरू युवा केंद्र संगठन की स्थापना वर्ष 1972 में हुई थी। यह केंद्र युवाओं के व्यक्तित्व और कौशल के विकास के अवसर प्रदान करता है। एनवाईकेएस दुनिया में अपनी तरह (Tribal Youth Exchange Programme) का जमीनी स्तर पर काम करने वाला सबसे बड़ युवा संगठन है। गुप्ता ने आदिवासी युवाओं का पंचकूला पंहुचने पर स्वागत करते हुये कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं को अलग-अलग स्थानों के लोगों की सांस्क़ृतिक लोकाचार, भाषा और जीवन शैली को समझने का अवसर प्राप्त करेगा और उन्हें देश के विभिन्न राज्यों में हुये तकनीकी और औद्योगिक विकास से भी परिचित करवायेगा।
इस कार्यक्रमों में शैक्षिक, कौशल विकास और रोजगार के अवसरों पर भी ध्यान केंद्रीत किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत की जनजातियों में इस देश की पुरातन सभ्यता रची बसी है। इनकी विशिष्ट भाषा, संस्कृति, जीवन शैली और सामाजिक आर्थिक इस सभ्यता का प्राण है। (Tribal Youth Exchange Programme) गुप्ता ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार, अनुसूचित जनजातियों की संख्या 104.3 मिलियन है, जो देश की जनसंख्या का 8.6 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि जनजातियों की अन्य समुदायों के साथ संपर्क में संकोच ही इनके आर्थिक पिछडेपन का कारण है। इसे हमें दूर करना होगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासी युवाओं को उनकी समृद्ध पारंपरिक और सांस्कृतिक विरासत के बारे में जागरूक करना है। साथ ही उन्हें भावी पीढी के लिये इसे संरक्षित करने और अपने समकक्ष समूह और देश के अन्य हिस्सों के साथ भावनात्मक संबंध विकसित करना भी है। उनके आत्म सम्मान को बढ़ाकर ही हम उन्हें सक्षम बना सकेंगे है। नेहरू युवा केंद्र संगठन इस दिशा में प्रभावी काम कर रहा हैं।
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कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये उपायुक्त महावीर कौशिक ने कहा कि आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम आदिवासी युवाओं को विभिन्न प्रदेशों के खान-पान, वेशभूषा, संस्कृति से रूबरू करवायेगा और उन्हें देश में विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे विकास से अवगत करवायेगा। (Tribal Youth Exchange Programme) उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रदेशों से आये आदिवासी युवाओं के लिये जिला प्रशासन द्वारा पंचकूला में उनके ठहरने, ख़ान पान और यातायात साधनों की उचित व्यवस्था की गई है ताकि पंचकूला में उनका प्रवास यादगार रहे।
इससे पूर्व आदिवासी युवाओं द्वारा अपने अपने प्रदेशों से संबंधित रंगारंग सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।
इस अवसर पर आईटीबीपी भानू पंचकूला के महानिरीक्षक ईश्वर सिंह दूहन, नेहरू युवा केंद्र संगठन हरियाणा की राज्य निदेशक मधु चैधरी, उपनिदेशक प्रदीप कुमार (Tribal Youth Exchange Programme) और डाॅ जीएस बाजवा, माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की सचिव शारदा प्रजापति, काली माता मंदिर कालका के सचिव पृथ्वीराज, बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा और विभिन्न प्रदेशों से आये युवा प्रतिभागी उपस्थित थे।