सिरसा।(सतीश बंसल) उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि नशा एक ऐसी बीमारी है, जो नस्लों को बर्बाद कर रही है। जिस प्रकार हमारे सैनिक (Soldier) सीमा पर देश की रक्षा के लिए तैनात हैं, उसी प्रकार प्रत्येक नागरिक को सैनिक बनकर नशे के खिलाफ लड़ाई लडऩी होगी। जिलावासी नशा को जड़मूल से मिटाने का प्रण लेते हुए सिरसा को नशा मुक्त बनाने में अपना पूर्ण सहयोग करें। उपायुक्त शुक्रवार को सीडीएलयू में नशा मुक्त सिरसा, नशा मुक्त भारत के तहत जागरुकता अभियान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, सरपंच, स्वयंसेवी संस्थाएं आदि ने भाग लिया। इस अवसर पर उपायुक्त ने नशा छोडऩे व नशा छुटाने में सहयोग करने तथा नशा मुक्त अभियान में सराहनीय कार्य करने वालों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन, अतिरिक्त उपायुक्त डा. आनंद शर्मा, सहायक आयुक्त (प्रशिक्षणाधीन) यश जालुका, ASP दीप्ति गर्ग, जिला समाज कल्याण अधिकारी नरेश बतरा, जिला बाल कल्याण अधिकारी पूनम नागपाल, समाजसेवी बिमला सिंवर मौजूद थे। कार्यक्रम में कर्ण एंड पार्टी ने नशे पर आधारित भावनात्मक नाटक की प्रस्तुति दी। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि हमारे जवान सरहद पर देश की रक्षा के लिए पूरी सजगता से तैनात रहते हैं। ठीक उसी प्रकार समाज में नशा रुपी दुश्मन के खिलाफ हर नागरिक को सैनिक बनकर लडऩा होगा। (Soldier)
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नशा हमारी नस्ल को बर्बाद कर रहा है। हर व्यक्ति प्रण लें कि वो न तो नशा करेंगे व न ही करने देंगे। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि इसी कड़ी में अब गांवों में कैंप लगाए जाएंगे, जहां पर नशा ग्रस्त व्यक्तियों का गांव में इलाज व काउसलिंग की व्यवस्था की जाएगी। शुरुआत में पांच गांव चिन्हित किए गए हैं, जहां पर ये कैंप लगाए जाएंगे। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे इन कैंपों के आयोजन में प्रशासन का सहयोग करें। नशा छोडऩे वाला बने प्रेरणा स्रोत, समाज में दें सकारात्मक संदेश : डा. अर्पित जैन पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने कहा कि नशा के खिलाफ एकजुटता जरुरी है, इस लड़ाई में नागरिक जिला एवं पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। प्रशासन जिला को नशा मुक्त करने के लिए पूरी तरह से कटिबद्घ है। (Soldier) नशा को लेकर जागरुकता जरुरी है। नशा एक बीमारी है, जिसका इलाज संभव है। जो लोग नशा छोड़ चुके हैं, वे आगे आकर अपने अनुभव समाज में सांझा करें, ताकि दूसरे लोग जो नशा करते हैं, उनसे प्रेरित होकर नशा छोड़ सकें। उन्होंने कहा कि एक सकारात्मक संदेश समाज में दें, ताकि नशा मुक्त अभियान को मजबूती मिले। कार्यक्रम में जिन लोगों ने नशा छोड़ा उन्होंने नशा करने की लत से लेकर छोडऩे तक के अपने अनुभव सांझा किए। नशा छोड़ कर खुशहाल जीवन व्यतीत करने वाले व्यक्तियों ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि वे उसे तीन साल पहले नशे की लत लग गई। नशा छोडऩे की उन्होंने पूरी कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। फिर गांव के उनके रिश्ते में चाचा से संपर्क किया, जिन्होंने नशा मुक्ति केंद्र में इलाज की सलाह दी और उन्होंने सहयोग किया। नशा मुक्ति केंद्र में नि:शुल्क सुविधा मिली और नशा मुक्ति केंद्र में मिले इलाज व काउंसलिंग से मुझे नशा से मुक्ति मिली। इसी प्रकार उन्होंने बताया कि उन्हें नशे की लत लग गई थी, लेकिन नशा मुक्ति केंद्र में इलाज करवाने से उनका नशा छूट गया। इन्होंने बताया कि नशा छोडऩे के उपरांत उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है बल्कि अब वे अपने परिवार के साथ बेहद खुशहाल जीवन जी रहे हैं। समाज में भी उन्हें सम्मान मिल रहा है और वे खुद नौकरी या कार्य की शुरुआत कर अपने बच्चों का लालन पालन कर रहे हैं और उन्हें शिक्षित करने में भी समर्थ हैं। (Soldier)
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जागरुकता कार्यक्रम में नींमों देवी महिला ने अपना अनुभव सांझा करते हुए बताया कि उन्होंने अपने पति, भाई व गांव के ही एक व्यक्ति का नशा छुड़वाने का अनुभव सांझा किया। उन्होंने बताया कि उन्हें बाल भवन में नशा जागरुकता कैंप के बारे में जानकारी मिली। पहले उसने अपने भाई का नशा छुड़वाया। बाद में उनके पति जो कि नशा करते थे, उनका नशा छुड़वाया। फिर गांव का ही एक व्यक्ति नशा ग्रस्त था, उसका इलाज करवाने में सहयोग किया समारोह में उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने ड्रग फ्री सिरसा मुहिम में उल्लेखनीय योगदान तथा नशा पीडि़तों का नशा छुड़वाने में अहम भूमिका निभाने वाली पंचायतों, चिकित्सकों, स्वयं सेवकों, आंगनवाड़ी वर्कर, सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा लेखाकार मक्खन सिंह को नशे के खिलाफ जागरूकता मुहिम में उल्लेखनीय कार्य करने पर सम्मानित किया। उपायुक्त ने सभी को सम्मानित करते हुए इनकी पीठ थपथपाई और नशे के खिलाफ मुहिम में और जोश के साथ निरंतर कार्य करने के लिए होसला बढ़ाया। उन्होंने कार्यक्रम में गांव गुसाइआना के सरपंच रघुबीर सिंह, दारियावाला के सरपंच जसप्रीत पाल सिंह, चकजालू सरपंच सरोज, शाह सतनाम जी पूरा सरपंच चरणजीत सिंह, कुतियाना सरपंच किरण विनोद बागड़वा, मनोरोग विशेषज्ञ डा. अशोक गुप्ता, डा. अमित नारंग, डा. मीनाक्षी अग्रवाल, डा. पंकज शर्मा, परियोजना समन्वयक शमशेर सिंह, अंशु बाला, सतीश कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता रणजीत ठक्कर, पंकज जैन, सुमित मेहता, संजय गुर्जर को सम्मानित किया। (Soldier)