योगी सरकार द्वारा मामले की कार्रवाई के बीच भी आखिर उमेश पाल (Umesh Pal) को अतीक अहमद ने क्यों मारा? यह सवाल तमाम पाठकों के मन में गूंज रहा है कि आखिर ऐसी क्या वजह थी कि अतीक ने अपने पूरे परिवार को क्यों दांव पर लगा दिया? इसका जवाब अब तो खैर सिर्फ अखिलेश सरकार दौरान अतीक अहमद की लिखी एक चिट्ठी से मिलता दिख रहा है. आखिर अतीक ने ऐसा क्या लिखा था इस चिट्ठी में?
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दरअसल, न्यूज़ 18 के हाथ एक ऐसा पत्र लगा है, जो इस सवाल का सबसे बड़ा जवाब है. यूपी में अखिलेश यादव सरकार के दौरान माफिया डॉन अतीक अहमद ने उमेश पाल अपरहण मामले को लेकर 2012 में तत्कालीन गृह सचिव यूपी को एक पत्र लिखा था. (Umesh Pal) जिसमे 17-8-2012 को लिखे गए पत्र में अतीक ने कहा था कि उमेश पाल अपरहण मामला फर्जी है और इसमें उसे और उसके भाई समेत कई लोगों पर उमेश पाल ने फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है|
पत्र में ये भी लिखा था कि इस वजह से उसकी छवि धूमिल हो रही है और मान सम्मान कम हो रहा है. उसने लिखा था कि ये मामला काफी समय से लंबित है और कई बार उमेश पाल से मिलने की कोशिश की लेकिन उसने मना कर दिया, इसलिए मुकदमे को जल्द खत्म करवाइए. गौरतलब है कि पुलिस कस्टडी रिमांड में भी अतीक ने कबूल किया था कि उमेश पाल की वजह से उसकी बादशाहत कम हो रही थी, इसीलिए अपने साम्रज्य को बचाने के लिए हत्या करवाई थी|
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अतीक अहमद का तत्कालीन गृह सचिव को लिखा पत्र अब वायरल हो रहा है, जिसे लेकर तमाम तरह की चर्चाएं भी हो रही है. (Umesh Pal) आपको बता दें कि पुलिस अभिरक्षा में 15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की तीन हमलवारों द्वारा गोलियों से ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी हैं|