सिरसा। (सतीश बंसल) संयुक्त किसान मोर्चा अराजनीतिक के आह्वान पर (Struggle) देश भर के जिला मुख्यालयों पर बुधवार को दिल्ली जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में महिला पहलवानों के साथ छेड़छाड़ मामले में दोषी बीजेपी सांसद एवं राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण की शव यात्रा निकालते हुए पुतला जलाए गए। इसी कड़ी में सिरसा में भारतीय किसान एकता बीकेई अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख की अगुवाई में सैकड़ों किसानों व समाज के इंसाफ पसंद लोगों ने पीडि़त पहलवान बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए बृज भूषण को पद से बर्खास्त कर उसकी गिरफ्तारी की मांग करते हुए सिरसा किसान भवन से लेकर लाल बत्ती चौक तक रोष मार्च कर बीजेपी सांसद का पुतला दहन किया और उसके बाद सभी किसानों ने सरसों की सरकारी खरीद दोबारा शुरू करवाने के लिए लघु सचिवालय को कूच किया।
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जानकारी देते हुए बीकेई अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने बताया कि हरियाणा ने सरसों की सरकारी खरीद को चलती तुलवाई में से 1 मई को अचानक फरमान जारी करते हुए सरसों की खरीद बंद कर दी। उन्होंने बताया कि जब सरसों की खरीद बंद की गई सिरसा जिला की सभी अनाज मंडियों में सैकड़ों किसानों के ई-खरीद के टोकन भी कट चुके थे। औलख ने बताया कि हरियाणा प्रदेश में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा के तहत 11 लाख 55 हजार क्विंटल सरसों का रजिस्ट्रेशन हुआ था, जिसमें अभी तक 7 लाख 80 हजार क्विंटल सरसों की खरीद हो चुकी है। इसमें सरकारी एजेंसियों ने 5 लाख 48 हजार क्विंटल सरसों ही खरीदी है। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से अभी तक 3 लाख 76 हजार क्विंटल
सरसों की खरीद अभी भी बाकी है।
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लखविंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही थी कि किसान की फसल का एक-एक दाना एमएसपी पर खरीदा जाएगा, लेकिन सरकार अपने वादे से मुकर रही है (Struggle) और एकदम से सरसों की खरीद हरियाणा में बंद कर किसानों के साथ ज्यादती कर रही है। किसानों ने सरसों की खरीद के लिए उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा।