Vastu Shastra Tips: आजकल बहुत से लोग कुत्तों को अपने घरों में पालते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि अकेलापन को दूर करना, सुरक्षा के लिए, मनोरंजन के लिए, स्नेह और संबंध बनाने के लिए आदि। कुत्तों की वफादारी, प्यार और सहायता क्षमता के कारण भी लोग उन्हें प्यार करते हैं। कुत्ते अक्सर परिवार के हिस्सा के रूप में माने जाते हैं। वास्तु शास्त्र में कुत्तों को घर में पालने को शुभ माना जाता है और कुछ लोग इसे अपनाते हैं ताकि नकारात्मकता से बचा जा सके और राहु की दशा को दूर रखा जा सके। यहां कुछ कारण हैं जो वास्तु शास्त्र में घर में कुत्ता पालने को शुभ मानते हैं:
नकारात्मकता से बचाव:
कुत्ते को वास्तु शास्त्र में घर में पालना नकारात्मकता से बचाने का माना जाता है। उनकी उपस्थिति से घर में शुभता और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
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मां लक्ष्मी का होता है प्रवेश :
कुछ लोग विश्वास करते हैं कि घर में कुत्ता पालने से मां लक्ष्मी, (Vastu Shastra Tips) धन और समृद्धि की प्रतीक, को प्रवेश मिलता है। इस तरह से, घर में धन संबंधी समस्याएं कम हो सकती हैं और आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है।
राहु की दशा को दूर रखना:
कुत्ते को वास्तु शास्त्र में राहु की दशा को दूर रखने का एक उपाय माना जाता है। विशेष रूप से जब राहु की दशा अशुभ हो, तो कुत्ते को पालने से घर की स्थिति में सुधार हो सकती है।
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भैरव का है वाहन :
हिंदू धर्म से संबंधित शास्त्रों में कुत्तों को भगवान भैरव का वाहन माना जाता है। भगवान भैरव को संयमित और वफादार होने के प्रतीक माना जाता है, और इसी कारण कुत्तों को पालने का भी महत्व दिया जाता है। इसके अलावा, मान्यता है कि कुत्तों को पालने और उन्हें खाना खिलाने से आकस्मिक दुर्घटनाओं का डर कम हो जाता है। वे अपनी क्षमता के कारण बुरी आत्माओं और नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश नहीं करने देते हैं। इसके परिणामस्वरूप, कुत्ते घर की सुरक्षा में मदद करते हैं और परिवार को सुरक्षित महसूस कराते हैं।