गुजरात, राजस्थान के बाद असम में कुदरत का कहर देखने को मिल रहा हैं. (Flood in Assam) आज यानी मंगलवार (20 जून) को असम में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर रही. इस बाढ़ के कारण 10 जिलों के लगभग 31,000 लोग प्रभावित हुए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य में ‘रेड अलर्ट’ जारी कर दिया है और अगले पांच दिनों में असम के कई जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी भी दी है।
मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
गुवाहाटी में IMD के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (RMC) ने एक ‘विशेष मौसम बुलेटिन’ में सोमवार से 24 घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी किया, इसके बाद अगले दो दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट और वीरवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। रेड अलर्ट का अर्थ है तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए, जबकि ऑरेंज अलर्ट का मतलब होता है कि कार्रवाई के लिए तैयार रहें और येलो अलर्ट का तब जारी किया जाता है, जब लोगों को हर पल अपडेट रहने के लिए कहा गया हो।
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30 हजार से अधिक लोग हुए प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, चिरांग, डारंग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, सोनितपुर और उदलगुरी जिलों में बाढ़ के कारण 30,700 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। (Flood in Assam) इसमें कहा गया है कि लखीमपुर जिला 22,000 से अधिक लोगों के साथ सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, इसके बाद डिब्रूगढ़ में 3,800 से अधिक लोग और कोकराझार में लगभग 1,800 लोग प्रभावित हुए हैं।
पानी में डूबे कई गांव
प्रशासन ने सात जिलों में 25 राहत वितरण केंद्र शुरू कर दिया है, हालांकि, अभी तक कोई राहत शिविर नहीं चला है। ASDMA ने कहा कि वर्तमान में, 444 गांव पानी के अंदर हैं और पूरे असम में 4,741.23 हेक्टेयर फसल क्षेत्र क्षतिग्रस्त हो गई है।
एएसडीएमए ने कहा कि बिश्वनाथ, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कामरूप, करीमगंज, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर, दक्षिण सलमारा, (Flood in Assam) तमुलपुर और उदलगुरी में भारी बारिश के कारण बड़े पैमाने पर कटाव देखा गया है।
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सड़के, पूल, मकान सब क्षतिग्रस्त
दीमा हसाओ, कामरूप मेट्रोपॉलिटन और करीमगंज में भारी वर्षा के कारण भूस्खलन की जानकारी मिली है। सोनितपुर, नागांव, नलबाड़ी, बक्सा, चिरांग, दरांग, धेमाजी, गोलपारा, गोलाघाट, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, डिब्रूगढ़, करीमगंज और उदलगुरी में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे भी काफी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियां
बाढ़ ने कछार, दारंग, जोरहाट, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, कोकराझार और नलबाड़ी जिलों में कई स्थानों पर पानी भर दिया। रिपोर्ट में कहा गया है (Flood in Assam) कि कामपुर में ब्रह्मपुत्र की सहायक नदी कोपिली खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वही अभी असम की स्तिथि काफी ख़राब हो रखी हैं हज़ारो की संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं|