सिरसा। (सतीश बंसल) सरपंच एसोसिएशन हरियाणा की ओर से (Sarpanch Association Haryana) मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर सिरसा लोकसभा सांसद सुनीता दुग्गल के आवास का घेराव किया गया। घेराव की सूचना के बाद सांसद आवास के आवास के घर के बाहर पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर सरपंचों को पहले ही रोक लिया। सरपंचों के बार-बार आग्रह के बाद भी सुनीता दुग्गल बाहर नहीं आई, जिसके बाद रोषित सरपंचों ने सुनीता दुग्गल का पुतला उनके आवास के बाहर फूंक दिया।
ये भी पड़े – फिल्म आदिपुरुष को देश में प्रतिबंधित किया जाए- सुरेश मनचंदा
इस दौरान सरपंचों ने एक स्वर में बीजेपी सरकार मुर्दाबाद, खट्टर तेरी कब्र खुदेगी आज नहीं तो कल खुदेगी के नारे भी लगाए गए। इससे पूर्व सभी सरपंच बरनाला रोड स्थित शहीद भगत सिंह स्टेडियम में एकत्रित हुए और वहां से जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए सांसद आवास तक पहुंचे। प्रदर्शन का नेतृत्व सरपंच एसोसिएशन हरियाणा की प्रदेश उपाध्यक्ष व गांव दड़बा कलां की सरपंच संतोष बैनीवाल ने किया। उनके साथ प्रदेशाध्यक्ष रणबीर समैन व जिला सरपंच एसोसिएशन के प्रधान जसकरण सिंह कंग भी मौजूद थे।
प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल ने कहा कि कुछ दिन पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल से भी सरपंच एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मिला था। तब सांसद ने जल्द से जल्द प्रतिनिधिमंडल को सीएम से वार्ता का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक उन्हें सीएम से वार्ता के लिए नहीं बुलाया गया। (Sarpanch Association Haryana) बैनीवाल ने कहा कि सरकार को ये लगा था कि लठतंत्र व तानाशाही तरीके से सरपंचों की आवाज को दबा देंगे, लेकिन उन्हें इस बात का इल्म नहीं कि ये गांव की सरकार अपनी पर आ गई तो सरकार को उखड़ते देर नहीं लगेगी।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि या तो समय रहते समझ जाओ, नहीं तो आगामी 2024 के चुनावों में जनता अपने वोट की चोट से समझाने के लिए तैयार बैठी है। सीएम के सिरसा जनसंवाद में भी सीएम बार-बार पूछ रहे थे कि कार्यक्रम में कितने सरपंच आए है, लेकिन किसी भी सरपंच ने जनसंवाद में शिरकत नहीं की। बैनीवाल ने कहा कि जो लाठियां व डंडे इस सरकार ने हम पर बरसाए है, वहीं लाठियां व डंडे 2024 में इनके लिए भी तैयार है, क्योंकि जनता को सरकार की शातिराना चालें भली भांति समझ आ चुकी है।
उन्होंने कहा कि सरकार सरपंच व आमजन को कमजोर न आंके, क्योंकि अगर आवाम सड़कों पर उतर गया तो सरकार को अपना बोरिया बिस्तर बांधने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। (Sarpanch Association Haryana) इस इवसर पर कागदाना के सरपंच प्रतिनिधि मांगेराम बैनीवाल, ढांड के सरपंच चंद्रमोहन पोटलिया, माखोसरानी गांव के सरपंच सुभाष सहित भारी संख्या में जिलेभर के सरपंच भी मौजूद रहे।