बाढ़ के बाद असम में स्तिथि काफी ख़राब हो गई थी लेकिन हालात अब (Flood in Assam) काफी हद तक सुधर रहे हैं| विभिन्न स्थानों पर ब्रह्मपुत्र व इसकी सहायक नदियों के जलस्तर में गिरावट आई और अब कहीं भी ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही हैं। जहां अन्य जगहों पर ईद-उल-अजहा मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं असम के बाढ़ प्रभावित बारपेटा जिले के हजारों लोग चिंतित हैं। असम में बाढ़ की वजह से बारपेटा जिले के लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। असम के बारपेटा जिले में बाढ़ की स्थिति के कारण सैकड़ों लोगों के विस्थापित होने से स्थिति गंभीर बनी हुई है।
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बारपेटा जिले के 93 गांवों के 67,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में बारपेटा जिले में 225 हेक्टेयर फसल भूमि जलमग्न है। (Flood in Assam) पिछले 48 घंटों में जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई, जिससे राज्य में मरने वालों की संख्या छह हो गई है।
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बारपेटा जिले के शिला गांव के एक निवासी का कहना है, “कल ईद है लेकिन हमें बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि बाढ़ के पानी के कारण हमारे घर प्रभावित हुए हैं। (Flood in Assam) यहां तक कि ईदगाह मैदान भी पानी में डूब गया है। वही बाढ़ के कारण सब्जियों की कीमत में भी काफी बढ़ोतरी हो रही है।”