पंजाब में आज से शिक्षा विभाग के समग्रा शिक्षा अभियान ऑफिसों में (Samagra Shiksha Abhiyan) कोई काम नहीं होगा। शिक्षा विभाग में ठेके पर काम करने वाले कच्चे कर्मचारियों ने आज से दफ्तरों में कलम छोड़ हड़ताल शुरू कर दी है। कच्चे कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ वादा खिलाफी को लेकर मोर्चा खोल दिया है। शिक्षा विभाग में आज से स्कूलों की डेवलपमेंट से लेकर अन्य कार्यों के लिए आने वाली ग्रांटें बांटने, दफ्तरी कामकाज से लेकर मिड-डे मील का काम बंद रहेगा।
यूनियन नेता जगमोहन सिंह, रमन कुमार ने बताया कि कर्मचारी पिछले 15 सालों से कॉन्ट्रैक्ट पर ही काम कर रहे हैं , पिछली सरकारों ने इन कर्मचारियों के बारे में बिलकुल नहीं सोचा। झूठे वादे ले कर सत्ता में आई आम आदमी पार्टी पिछले 10 महीनों से ठेके पर काम करने वाले कच्चे कर्मचारियों को रेगुलर करने का प्रचार कर रही है, लेकिन जो सच्चाई सामने आई है वह यह है कि सरकार कच्चे कर्मचारियों के साथ धोखा कर रही है।
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पंजाब सरकार स्केल, सीएसआर और पेंशन लाभ दिए बिना रेगुलर करने का प्रचार कर रही है, जो कर्मचारियों के साथ पूरी तरह से धोखा है। शिक्षा विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें मालूम है कि हड़ताल की वजह से काम प्रभावित हो रहा है, लेकिन वह मजबूर हैं। (Samagra Shiksha Abhiyan) उन्हें अपने हकों के लिए यह कदम उठाना पड़ा है। उनके इस कदम के लिए और जो काम प्रभावित हो रहा है उसके लिए सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक हमारी पूरे स्केल और भतों सहित रेगुलर नही करते वह अनिश्चितकाल के लिए कलम छोड़ हड़ताल पर हैं।