सिरसा। (सतीश बंसल) बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि घग्गर नदी (Flood) पर संभावित बाढ़ व अन्य किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सरकार व प्रशासन ने सभी आवश्यक संसाधनों को इस कार्य में लगाया हुआ है। बाढ़ से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से गंभीर है। मुख्यमंत्री निरंतर मिनट टू मिनट रिपोर्ट ले रहे हैं। बिजली मंत्री ने वीरवार को विभिन्न गांवों के के साथ लगते घग्गर नदी के तटबंधों का निरीक्षण के दौरान पत्रकारों से बातचीत की।
उन्होंने गांव नेजाडेला खुर्द, बुढाभाणा, किराड़कोट, झोरडऩाली आदि गांवों के पास में घग्गर नदी का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों घबराएं ना और हालात पर लगातार निगरानी रखें। इस दौरान उपायुक्त पार्थ गुप्ता व अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। इस अवसर पर एसडीएम सिरसा राजेंद्र कुमार, डीआरओ सुरेश कुमार, एसई आत्मा राम भांभू, DDPO राजेश कुमार, कार्यकारी अभियंता अजीत हुडडा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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बिजली मंत्री ने कहा कि घग्गर नदी का जल स्तर कितना बढ़ता है, इसके लिए अगले तीन दिन महत्वपूर्ण है। हिमाचल प्रदेश व पंजाब में बाढ़ ने काफी प्रभावित किया है। (Flood) यहां स्थिति अलग है और जैसी भी परिस्थितियां बनेंगी उनसे निपटा जाएगा। सरकार व प्रशासन की ओर से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध पहले से ही कर लिए गए हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि घग्गर की सफाई करवाई गई थी, जोकि यह कार्य पहली बार हुआ है। जो कार्य 40 साल से नहीं हुए वह यह सरकार कर रही है। इसी तरह से हर साल नदी के तटबंधों को आवश्यकता अनुसार मिट्टी डालकर मजबूत किया जाता है।
बिजली मंत्री ने संभावित बाढ़ के नियंत्रण व बचाव के लिए जेसीबी, लेबर आदि संसाधन जुटाने के लिए अपने निजी कोष से दस लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने नदी के पास लगते गांव के लोगों से भी अपील की कि वे संभावित बाढ़ के नियंत्रण व बचाव कार्य में सरकार व प्रशासन का सहयोग करें। (Flood) उन्होंने गांव नेजाडेला खुर्द में ग्रामीणों से बातचीत के दौरान कहा कि वे अपने ट्रैक्टर व जेसीबी आदि जो भी संसाधन है, उससे सहयोग करें। ट्रैक्टर व जेसीबी में डीजल खर्च के लिए पंचायत अपने स्तर पर फंड का उपयोग कर सकती हैं। बाद में प्रशासन की ओर से इसकी पूर्ति कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण रात-दिन अपने गांव के साथ लगते तटबंधों व पानी की स्थिति पर निगरानी रखें।
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अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि घग्गर के आसपास के गांवों में बिजली के आपूर्ति सुचारु रुप से रहे, ताकि हालात पर नजर बनाए रखने व इससे निपटने में किसी प्रकार की दिक्कत ना आए। उपायुक्त पार्थ गुप्ता उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि घग्गर नदी पर किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन निरंतर तैयातियों में जुटा व हर हालात पर नजर रखी जा रही है। (Flood) उन्होंने बताया कि पीछे अंबाला व पंचकूला में रिकॉर्ड बारिश के कारण घग्गर में अधिक पानी आने की संभावना बन रही है। प्रशासन ने इसी के अनुरूप अपनी तैयारी की हुई हैं और सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।
नदी पर बनें बांधों पर विशेष निगरानी की जा रही है। संभावित कटाव वाले बांधों को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिनों से घग्गर से जलकुंभी को निकालने काम किया जा रहा है। इसके लिए टीमें लगाई गई हैं, जो कि जेसीबी से लगातार जलकुंभी निकालने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि गांव में भी ठीकरी पहरा लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं। राजस्थान के हनुमानगढ प्रशासन से संपर्क में हैं। उन्होंने आमजन से अपील की कि अनावश्यक रुप से नदी के आस-पास ना जाएं और अपने गांव के आसपास की स्थिति पर निगरानी रखें और कोई भी जानकारी मिलती है, तुरंत प्रशासन को दें।