सिरसा, 27 सितंबर। (सतीश बंसल) हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट नवीन केडिया ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों (employees) का शोषण कर रही है। उनकी जायज मांगों पर सरकार की हठधर्मी ने कर्मचारियों को आंदोलन पर मजबूर किया है। कर्मचारियों का आंदोलन सरकार के कफन में कील साबित होगा।यहां जारी एक बयान में केडिया ने कहा कि पिछले काफी समय से हरियाणा प्रदेश के कर्मचारी राज्य सरकार की हठधर्मिता के खिलाफ सडक़ों पर हैं। वे हड़ताल, मुंडन, अद्र्धनग्न प्रदर्शन और पुतले फूंककर सरकार के खिलाफ लड़ाई के बिगुल बजा रहे हैं लेकिन सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा।
पहले एमबीबीएस के विद्यार्थियों ने फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन किया। उसके बाद हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन, पटवारी एसोसिएशन, सरपंच एसोसिएशन, सर्व कर्मचारी संघ, क्लेेरिकल स्टाफ और अब आशा वर्कर आंदोलन की राह पर हैं। यह घोर निराशा की बात है।कांग्रेस नेता ने कहा कि कभी बिजली, कभी रोडवेज, कभी कौशल रोजगार, कभी शिक्षक संघ लगातार सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। सफाई कर्मियों के आंदोलन को भी सरकार गंभीरता से नहीं ले रही जिसकी वजह से उनमें आक्रोश बढ़ रहा है। सरकार कर्मचारियों की आवाज को लाठी, गोली और वाटर कैनन की बौछारों से दबाना चाहती है। जबकि सरकार को चाहिए कि वह कर्मचारी संघ के नेताओं से बैठकर शांतिपूर्वक मामलों का हल निकाले और उनकी जरूरी मांगों की पूर्ति करे ताकि जनता के काम आसान हो सकें। (employees)
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केडिया ने कहा कि छोटे से खुशहाल प्रांत को बीजेपी की ऐसी नजर लगी है कि हर वर्ग परेशान और व्याकुल है। महंगाई, बेरोजगारी, बेकारी और बुनियादी चीजों के अभाव ने प्रदेश के हर नागरिक को बेचैन करने का काम किया है लेकिन यह सरकार जनता की तकलीफों को नहीं समझ रही। सरकार के मुखिया साइक्लोथॉन और बुलेट राइडिंग के आनंद ले रहे हैं और जनता तकलीफ झेल रही है। ऐसी सरकार को जल्द ही जनता सत्ता से दूर करने वाली है।