जीवन में हमेशा लोगों की पूरी निष्ठा के साथ सेवा करना ही मानवता की सच्ची सेवा हैं,ये शब्द राजकीय महाविद्यालय सेक्टर -१ में आयोजित मोटिवेशनल व्याख्यान में पूर्व परामर्शकर्ता चण्डीगढ़ और प्रसिद्द समाजसेवीं श्रीमती अमर कुलवंत सिंह (Amar Kulwant Singh) ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहे ।83 साल की अमर कुलवंत सिंह ‘: आर्ट ऑफ़ गिविंग’ विषय पर अभिप्रेरक भाषण दे रही थीं ।३३ बार रक्तदान कर चुकी
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श्री मति अमर कुलवंत सिंह आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं।विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप जिस भावना से किसी को भी कुछ देते हैं ,उसी भावना से यें हमारे पास वापिस आ जाता हैं ।जीवन के हर स्तर पर हरेक व्यक्ति को इंसानियत की भावना को रखना चाहिए ।श्रीमति अमर कुलवंत सिंह ने अपने जीवन से जुड़े अनेक उदाहरणों का उल्लेख किया ।उन्होंने विद्यार्थियों को कहा की जब भी आप किसी को भी कुछ देते हों ,उस वक़्त आप जो भी ख़ुशी अनुभव करते हैं उसको आप शब्द में बयान नहीं कर सकते।
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महाविद्यालय की प्राचार्या बबिता वर्मा ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया और शाल भेंट की। उन्होंने मुख्य अतिथि श्रीमती अमर कुलवंत सिंह (Amar Kulwant Singh) का परिचय देते हुए उनके अनुभवों से सीखने की सलाह दी ।उन्होंने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में हमेशा से ही दान के महत्व के बारे बात की जाती हैं ।युवा पीढ़ी को भी इस को अपने ज़ीवन में उतरना चाहिए।इस अवसर पर नव चयनित प्राचार्या डॉ भूपिंदर कौर के अतिरिक्त महाविद्यालय का सारा स्टाफ उपस्थित रहा । भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन हिंदी विभाग़ की प्राध्यापिका नीलम कुमारी ने किया। व्याख्यान के दौरान महाविद्यालय का सेमिनार हॉल उत्साहित विद्यार्थियों से खचाखच भरा हुआ था ।